श्योपुर मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना में किसानों को कोई दिलचस्पी नहीं है, नतीजा अगस्त माह में 100 किसान भी बैंक नहीं पहुंचे। सिर्फ 52 किसानों ने ही योजना के तहत कर्ज की आधी रकम जमा कराई है। जबकि बैंक की तरह से गांवों में भी कैंप लगाए जा रहे है। इसके अलावा योजना खत्म होने में सिर्फ 5 दिन बचे है। मई में मप्र सरकार ने किसानों द्वारा बैंक से लिए गए कर्ज पर ब्याज माफ करने के लिए ऋण समाधान योजना चलाई। जिसमें जुलाई तक 25 हजार 788 किसानों में से 5394 हजार किसानों ने 17 करोड़ 66 लाख रुपए की राशि जमा कराई, जिस पर बैंक ने उक्त किसानों का 17 करोड़ 41 लाख रुपए का ब्याज माफ किया। अब अगस्त में भी बाकी के 20 हजार 394 किसान अपने कर्ज पर ब्याज माफ करा सके, इसके लिए सरकार ने जुलाई में इसे बढ़ाकर 31 अगस्त तक कर दिया था। लेकिन योजना में अगस्त माह में सिर्फ 52 किसानों ने ही राशि जमा कराई, जिस पर बैंक ने उनका ब्याज माफ किया। वर्तमान में 20 हजार 342 किसानों पर सरकार के 1 अरब 6 करोड़ 41 लाख रुपए बकाया चले आ रहे है। जिसमें मूलधन 52.33 करोड़ और ब्याज 54.08 करोड़ रुपए है। जबकि योजना के लाभ के लिए सहकारी बैंक द्वारा सहकारी समितियों के माध्यम से कर्ज पर ब्याज माफी के लिए गांव-गांव में कैम्प आयोजित किए जा रहे है, जिनमें किसान भागीदारी ही नहीं कर रहे है।