कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि किसानों का प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों से गहरा जुड़ाव होता है। खेती-किसानी शुरू करने के लिए अल्पकालीन कृषि ऋण लेने के साथ समर्थन मूल्य पर धान बेचने तक सहकारी समितियों से किसानों का वास्ता रहता है। सहकारी समितियों का उपयोग किसानों को आधुनिक और उन्नत तौर-तरीके से खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भी किया जाना चाहिए। अग्रवाल कृषक भारतीय को-ऑपरेटिव लिमिटेड (कृभको) की रायपुर इकाई द्वारा आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। कृभको के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव ने सम्मेलन की अध्यक्षता की।
कृभको के अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी संस्था का उद्देश्य है। यादव ने कहा कि नया राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ के किसानों में खुशहाली आयी है। छत्तीसगढ़ के विकास में किसानों का योगदान सराहनीय है। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में सहकारिता की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। मार्कफेड के प्रबंध संचालक अंबलगन पी. ने छत्तीसगढ़ में किसानों को खाद-बीज वितरण व्यवस्था की विस्तार से जानकारी देते हुए किसानों का फायदा बढ़ाने के लिए कृषि मार्केटिंग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेती-किसानी में आधुनिक तकनीक का उपयोग होने से उत्पादन के साथ-साथ लागत भी बढ़ती जा रही है।