श्योपुर | खरीफ विपणन के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान, मोटा अनाज और अन्य फसलों के लिए किसान के फसल पंजीयन की प्रक्रिया को सरल किया गया हे। साथ ही पंजीयन की तारीख को अब 20 सितंबर कर दिया गया है। जिसमें किसान खसरा या फिर वन अधिकार के पट्टे आदि में से कोई भी एक दस्तावेज साक्ष्य की स्व-प्रमाणित छायाप्रति स्वरूप ली जाएगी।
किसानों से राजस्व विभाग का अलग से प्रमाणीकरण नहीं मांगा जाएगा। जबकि भू-अधिकार पुस्तिका की अनिवार्यता नहीं होगी।