श्योपुर
2017 में खरीफ सीजन में कम बारिश व प्राकृतिक आपदाओं के चलते किसानों की हजारों हेक्टेयर में खड़ी फसलें सूख गई थीं। जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ था। सरकार ने इस पर से किसानों को 89 करोड़ रुपए का मुआवजा तो बांट दिया, लेकिन बीमा कंपनी ने अब तक किसानों को क्लेम आवंटित नहीं किया है।
जिले में बीते साल 2017 में खरीफ की बोवनी करने वाले 13 हजार किसानों ने बीमा कराया था, जिसमें सहकारी बैंक के 4 हजार 93 किसान मिलाकर अन्य बैंकों से बीमा कराने वाले 13 हजार किसान शामिल है। जिन्होंने सरकार की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 2 करोड़ रुपए की बीमा प्रीमियम राशि बैंकों को दी, लेकिन खरीफ में इनकी फसलें सूखे की चपेट में आ गई। जिसके बाद प्रशासन ने सर्वे कराते हुए मुआवजा व बीमा क्लेम बांटने के निर्देश दिए। 2017 खरीफ सीजन में किसानों की फसलों में 50 फीसदी तक नुकसान प्रशासन ने माना था। खास बात यह है कि सरकार ने मुआवजा तो किसानों को बांट दिया, लेकिन अब तक 13 हजार किसानों को कराए गए बीमा पर क्लेम का आवंटन नहीं किया है।