रायपुर। छत्तीसगढ़ के किसानों की आमदनी दुगुनी करने में इजराइल मदद देगा। इजराइली दूतावास के अफसर गुरुवार को रायपुर पहुंचे तथा राज्य के कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंत्रालय में बैठक की।
इजराइल के इकोनॉमिक एवं ट्रेड मिशन के प्रमुख बराक ग्रनोट और कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त अजय सिंह की उपस्थिति में आयोजित इस बैठक में छत्तीसगढ़ में कृषि विकास से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।
अजय सिंह ने छत्तीसगढ़ के कृषि विकास के साथ-साथ पशुपालन, मछलीपालन के क्षेत्र में विगत लगभग 13 वर्षों की उपलब्धियों की जानकारी दी। इजराइली दूतावास के ग्रनोट ने बताया कि इजराइल में सालभर में सिर्फ 300 मिलीमीटर वर्षा होती है।
सिंचाई समेत अन्य जरूरतों के लिए बारिश के 80 प्रतिशत पानी की रिसाइकिलिंग की जाती है। ग्रनोट ने बताया कि इजराइल ने दुधारू पशुपालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया गया है। उनके यहां उन्न्त नस्ल की एक गाय से वार्षिक 12 हजार लीटर दूध का उत्पादन होता है।
ब्रीडिंग तकनीक के मामले में इजराइल पूरे विश्व में अग्रणी है। उन्होंने उद्यानिकी फसलों के विकास में किए जा रहे आधुनिक तौर-तरीकों के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया।
इजराइल दूतावास के ट्रेड ऑफिसर अखिल चौधरी ने इजराइल द्वारा अन्य देशों को जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे सहयोग की जानकारी दी। उन्होंने कृषि विभाग से जुड़े अन्य विभागों पशुपालन, मछलीपालन, उद्यानिकी विभाग में विषय विशेषज्ञों की नियुक्ति करने का आग्रह करते हुए कहा कि वे इजराइल के दूतावास से निरंतर संपर्क में रहें, ताकि इजराइल की कृषि तकनीकों को छत्तीसगढ़ के किसानों तक पहुंचाया जा सके।
बैठक में छत्तीसगढ़ में जल संवर्धन पर भी चर्चा हुई। छत्तीसगढ़ के अधिकारियों ने राज्य में पानी के सदुपयोग तथा भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए तकनीकों और उपायों की जानकारी ली।