अच्छी बारिश से फसल पर पानी का संकट दूर हो गया है, पर जलजनित रोग और कीट व्याधियों ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। जिले के ग्राम भटगांव, देवपुर, सारंगपुरी, कंडेल, झिरिया, कोसमर्रा, सीलीडीह, भोयना, करेठा, नगरी, रूद्री, नवागांव, श्यामतराई, मरौद सहित अनेक गांवों में बढ़ती बीमारियों से किसान परेशान हैं। बार- बार दवा छिड़काव के बावजूद बीमारी दूर नहीं हो रही है। परेशान किसान सलाह के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र तक पहुंचने लगे हैं। जिले में धान बोनी और रोपा का लक्ष्य पूरा हो गया। बारिश ने सावन में साथ दिया और छूटे हुए किसानों ने रोपा का काम भी समय पर पूरा कर लिया। इस साल 1.34 लाख हेक्टेयर में धान की फसल ली गई है। कृषि विज्ञान केन्द्र संबलपुर के कीट वैज्ञानिक शक्ति वर्मा ने कहा कि किसान खेतों की सतत निगरानी करें। कीट और बीमारी लगने पर कृषि विज्ञान केन्द्र से जानकारी लें। खेतों में जरुरत का ही पानी रखें। तितलियां नजर आते ही फेरोमेन ट्रैप लगाएं। ज्यादा बारिश से खराब हाे रहीं सब्जियां किसान भास्कर डहाटे, वेदव्यास साहू ने कहा कि ज्यादा बारिश से सब्जी फसल को नुकसान हो रहा है। कद्दू, तोरई, डोड़का, लौकी, करेला में गलन रोग शुरु हो गया है। साथ भाजी में भी कीड़े लग रहे हैं। सब्जी फसल को नुकसान का असर आवक पर पड़ रहा है। मंडी में सब्जियों की आवक घट गई है। वर्तमान में 15 से 20 टन सब्जी श्यामतराई मंडी पहुंच रही है।