क्षेत्र में सोयाबीन की फसल पर बीमारी की मार पड़ने लगी है। जिससे अब किसानों को चिंता सताने लगी है। बीते दिनों से सोयाबीन और उड़द की फसल पर बीमारी का प्रकोप होने की जानकारी सामने आई है। मंगलवार को तहसील के अंतर्गत आने वाले काथड़ी गांव में किसानों की सूचना पर हरदा से पहुंचे कृषि वैज्ञानिकों के दल ने खेत में पहुंचकर फसल का निरीक्षण किया। किसानों ने वैज्ञानिकों को बताया खेत में कहीं- कहीं पर लगी सोयाबीन फसल के पौधे में पत्तियां पीली पड़ रही हैं और सूखकर गिर रही हैं और इसके पौधे मुरझा रहे हैं। वैज्ञानिकों ने बताया पौधे में धब्बा रोग लगा है। इसके लिए वैज्ञानिक ने किसानों को दवा का छिड़काव करने के लिए कहा। फसल में पत्ती धब्बा रोग के लिए काॅपर ऑक्सिक्लोराइड 4 सौ ग्राम प्रति एकड़ और कासुगामायसिन 4 सौ ग्राम प्रति एकड़ और तना मक्खी, इल्ली, पीला मोजेक आदि के लिए थायो मेकथाकसाम, लंबेडासाय हेलोथिन 50 मिली प्रति एकड़ छिड़काव किए जाने सलाह दी। निरीक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र हरदा से वैज्ञानिक डाॅ. आरसी शर्मा, डाॅ. एसके तिवारी, मुकेश बकोलिया आदि शामिल रहे। इस दौरान किसान मुकेश राजपूत, दिनेश राजपूत, जय देवड़ा, पदम सिंह आदि मौजूद रहे। टिमरनी। खेत में पहुंचकर किसानों को जानकारी देते वैज्ञानिक।