Nov 08, 2018
शाजापुर | संरक्षित खेती विषय पर ग्रामीण युवाओं गत दिनों कृषि विज्ञान केंद्र गिरवर में विशेष ट्रेनिंग दी गई। जिसमें 18 गांवों के कृषक एवं कृषि महाविद्यालय सिहोर से अध्ययनरत छात्राओं ने भाग लिया। केन्द्र प्रभारी डाॅ. एस. एस. धाकड़ ने संरक्षित खेती के विभिन्न घटकों जैसे ड्रिप सिंचाई, मलचिंग पाली हाउस, शेड नेट हाउस, वाक इन टनल, लो टनल एवं उन्नत कृषि यंत्रों की उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया ड्रिप सिंचाई द्वारा पानी की 70 प्रतिशत तक बचत, खाद की 35 प्रतिशत तक बचत, उत्पादन एवं गुणवत्ता में 60 प्रतिशत तक वृद्धि होती है। साथ ही सिंचाई प्रणाली को सभी प्रकार की मृदाओं में प्रयोग किया जा सकता है एवं कीट एवं रोगों का प्रभाव कम किया जा सकता है। प्रशिक्षण में डॉ. एस. एस. धाकड़ के द्वारा बताया गया मलचिंग तकनीक के उपयोग से सब्जियों की उपज में 40 प्रतिशत तक वृद्धि होती है। डॉ. ए. के. मिश्रा, के.पी.एस. परिहार, डी के बारास्कर अादि ने ग्रामीण युवाओं को संरक्षित खेती की बारीकियां बताई।