मगरलोड| तहसील में बाढ़ का असर 54 गावों पर हुआ है। यहां 95 हेक्टेयर में लगी फसल खराब हो गई है। 1 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। 186 मकानों में आंशिक या ज्यादा नुकसान हुआ है। 1 व्यक्ति की मौत भी हुई है।
ग्राम मड़ेली, छिपली और मेघा में बारिश व बाढ़ से हुए नुकसान को देखने कलेक्टर डाॅ. सीआर प्रसन्ना आए। उन्होंने तहसीलदार से नुकसान की जानकारी ली। तहसीलदार ने बताया कि तात्कालिक तौर पर भेजी गई रिपोर्ट में बाढ़ से मगरलोड तहसील के 54 गांवों पर हुआ है। इसमें 240 लोग प्रभावित हैं। बारिश से एक जनहानि और 6 पशुओं की हानि हुई है। इस
कलेक्टर ने मौके पर जाकर ध्वस्त हुए मकान, पानी में डूबी फसल का निरीक्षण किया। इसके बाद तहसीलदार को क्षति का आंकलन कर हफ्तेभर के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। ग्राम मड़ेली में लालजी ध्रुव के घर का पिछला हिस्सा बारिश से ढह गया और मवेशियों के लिए मिट्टी से बनाया गया शेड भी गिर गया। श्रीराम ध्रुव के घर का पिछला हिस्सा आंशिक रूप से ढह गया। जायजा लेने गए कलेक्टर को कोटवार ने बताया कि गांव के कुछ और घरों को बारिश से नुकसान हुआ है। कलेक्टर ने तहसीलदार को ग्रामीणों को हुए नुकसान का आंकलन करके 7 दिन में रिपोर्ट देने को कहा। छिपली मेघा मार्ग पर सड़क किनारे के खेतों की फसल बाढ से जलमग्न हो गई। खेतों में अभी भी पानी का बहाव तेज है। मेघा एनीकट के किनारे पानी के दबाव से खेतों के मेड़ फूट गए हैं। कलेक्टर ने यहां भी नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए आरबीसी 6-4 के प्रावधानों के तहत शासन को प्रस्ताव भेजने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मगरलोड. कलेक्टर ने गांवों में जाकर नुकसान देखा।