Oct 02, 2018
जिला सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक द्वारा वसूली के समय खुली पोल
मुरैना
खेती-किसानी के लिए जिला सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक से लोन ले चुके 55 किसानों ने गिरवी रखी जमीनों को दीगर लोगों को बेच दिया है। इससे बैंक के दो करोड़ चार लाख रुपए के लोन की वसूली संकट में पड़ गई है। मामला प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद अफसरों ने ऋणी किसानों को नोटिस देने व लोन चुकता न करने की दशा में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
बैंक के साथ धोखाधड़ी करने वाले किसानों में मुरैना क्षेत्र के 22 किसान हैं। इसके अलावा अंबाह के नौ, जौरा के एक, श्योपुर के छह, बड़ौदा के 10 व विजयपुर के सात किसानों के नाम प्रकाश में आए हैं। इन किसानों के नाम भूमि विकास बैंक का दो करोड़ चार लाख रुपए का लोन बकाया है। नोटिस दिए जाने के बाद भी ये किसान बैंक के कालातीत लोन का पैसा जमा नहीं कर रहे हैं। लोन न मिलने की दशा में बैंक के वसूलीनवीशों ने जब गिरवीं रखी जमीनों को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू की तो पता चला कि 55 किसान गिरवी जमीनों को बेच चुके हैं।