सागर | Sep 17, 2018
खेतों में बने 604 तालाब पहली बार लबालब भरे हैं। इनमें किसानों ने 21.744 लाख क्यूबिक मीटर पानी सहेजा गया है। इससे वे रबी सीजन में 1450 हैक्टेयर रकबे में मुफ्त में फसल की सिंचाई करेंगे। यानी बुंदेलखंड के किसानों ने खेतों में तालाब बनाकर उसमें बारिश के व्यर्थ बहने वाले पानी को सहेजना सीख लिया है। इससे उन्हें अब नहर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। मनचाही सिंचाई करने के साथ ही जल संसाधन विभाग को सिंचाई टैक्स भी नहीं देना पड़ेगा।
खेत में तालाब बनाकर बारिश में ही रबी फसल के लिए 21लाख क्यूबिक मीटर से अधिक पानी का स्टाक कर लिया। अब इस पानी को बगैर बिजली खर्च किए साइफन पद्धति से सिंचाई कर सकेंगे। इससे पहले पानी की कमी के कारण किसान रबी की फसल ठीक से नहीं ले पा रहे थे। लेकिन प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि सिंचाई वाटर शेड विकास योजना में किसानों ने अपने खेत मेें तालाब बना कर रबी फसल को सींचने पानी सहेजा भी है। राष्ट्रीय कृषि सिंचाई वाटरशेड के तकनीकी विशेषज्ञ जय गुप्ता ने बताया खेत में बने इन 604 तालाबों में जमा पानी के अलावा 7 लाख क्यूबिक मीटर पानी जमीन के नीचे पहुंचा है। जिससे किसानों के ट्यूबवेल, कुएं भी रिचार्ज हुए हैं। इससे जमीन का वाटर लेवल एक से डेढ़ मीटर तक बढ़ेगा। इससे किसान साल भर में दो से तीन फसलें ले सकेंगे।