Oct 01, 2018
राजयोग एजुकेशन एवं रिसर्च फाउंडेशन एवं ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय माउंट आबू राजस्थान द्वारा बुंदेलखंड के गांव-गांव में किसान सशक्तिकरण अभियान के तहत किसानों को जैविक यौगिक खेती के बारे में जानकारी दी जा रही है।
रविवार को किसान सशक्तिकरण यात्रा दमोह पहुंची। रथयात्रा में बग्गी पर ब्रम्हकुमारी बहनें बैठी थीं, उनके पीछे सैकड़ों महिलाएं कलश लिए चल रहीं थीं। गुजरात मेहसाणा से आई शीतल बहन ने अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि आज किसान अधिक उत्पादन के लिए धरती की उर्वरा शक्ति को दिनोंदिन कम करते जा रहे हैं। फसलों के उत्पादन में 99 प्रतिशत रासायनिक खाद व कीटनाशकों का उपयोग हो रहा है। इनके अधिक उपयोग होने से हमारी धरती के सूक्ष्म बैक्टीरिया, जीव समाप्त हो रहे हैं जो हमें पौष्टिक खाद्यान मिलता था अब वो प्राप्त नहीं हो पा रहा है।
यह अभियान आप सभी को जैविक व यौगिक खेती के बारे में जानकारी देने आए हैं। यौगिक खेती के माध्यम से उत्पादन सदैव एक सा बना रहता है। उमेश भाई, श्रीकांत बहन, मीरा बहन, बबीता बहन ने कहा कि अभियान के तहत मप्र में 18 टीम काम कर रहीं हैं। किसानों को रासायनिक खाद की जगह देशी खाद का उपयोग करना चाहिए। ताकि सभी को शुद्ध अनाज मिल सके। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष शिवरण पटेल, गोपाल पटेल, कपिल सोनी.