भिलाई। अंडा थाना क्षेत्र के ग्राम जंजगिरी में एक किसान ने दो महीने पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शुरुआती समय में यह बताया जा रहा था कि मृतक आदतन शराबी है और इसी कारण से उसने आत्महत्या की है, लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की तो मामला सूदखोरी का निकला।
राजनीतिक संरक्षण प्राप्त आरोपियों ने मृतक की जमीन का सौदा चार लोगों से करवाकर उसे कानून की पेचिदगियों में फंसा दिया था। खरीदार मृतक पर दबाव बना रहे थे। इससे तंग आकर मृतक ने फांसी लगा ली थी। घटना के दो महीने बाद अंडा पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
प्त जानकारी के अनुसार अंडा के ग्राम जंजगिरी निवासी मृतक संजय कुमार बंजारे (40) ने बीते 30 जुलाई को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक ने एक सुसाइडल नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने सूदखोरों के षडयंत्र से तंग आकर आत्महत्या करने की बात लिखी थी।
घटना के समय आरोपियों के नाम को सार्वजनिक नहीं किया गया था। उल्टे इस बात को प्रचारित किया गया था कि मृतक आदतन शराबी है और इसी चलते उसने फांसी लगाई है। फिर भी पुलिस ने सुसाइडल नोट के आधार पर मामले की जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली की मृतक की ग्राम पाऊवारा में एक एकड़ 92 डिसमिल जमीन है। ग्राम जंजगिरी निवासी आरोपी अंजोर सिंह जांगड़े (27) ने अपने दो साथियों ग्राम पतोरा उतई निवासी भुनेश्वर प्रसाद साहू और हथखोज पारा उतई निवासी राकेश वैष्णव (43) के साथ मिलकर मृतक को कुछ पैसे ब्याज पर दिए थे।
इसके एवज में आरोपियों ने उसकी जमीन का इकरारनामा तैयार करवा लिया और कुछ कोरे चेक ले लिए थे। उक्त इकरारनामा के आधार पर आरोपियों ने उक्त जमीन को चार लोगों से बेच दिया और मृतक के खाते में जमीन का पैसा जमा करवाकर उसके चेक से रुपए खुद निकालते गए।
जमीन खरीदने वालों को पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है, तो वे मृतक के पास पहुंचने लगे। मृतक पर सभी दबाव बनाने लगे कि उसने धोखे से जमीन बेची है। इससे तंगआकर मृतक ने आत्महत्या कर ली थी।
– आरोपियों के राजनीतिक पहुंच के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आधार बना, उन्हें गिरफ्तार किया गया है। संजू सोनी और चित्रसेन पर संदेह था, उनसे पूछताछ की गई थी। आगे और लोगों का कथन लिया जाना है। आधार बनने पर और लोगों को भी आरोपी बनाया जाएगा। राजनीतिक दबाव जैसी कोई बात नहीं है।– प्रमोद श्रीवास्तव, टीआई, अंडा