जिले के सभी ब्लाक धमतरी, कुरूद, नगरी, मगरलोड में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिले में कई ऐसे किसान हैं, जो जैविक खेती कर रहे हैं। खेतों में रासायनिक खाद के अंधाधुंध प्रयोग और उससे होने वाले नुकसान को रोकने के लिए राज्य शासन ने जैविक खेती मिशन योजना शुरू की है। योजना में जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपए दिया जाएगा। यही नहीं, किसानों की फसलें तैयार होने पर सरकार मंडियों में उन्हें खरीदने के लिए भी अलग से व्यवस्था करेगी। जिले के खेतों में जैविक खेती मिशन के अंतर्गत कृषि कार्य की जा रही है। इसके लिए चरणवार क्लस्टर बनाकर किसानों का चयन किया जा रहा है। योजना तीन साल के लिए लागू की है, जिसमें किसानों को खेत की तैयारी और बोनी से लेकर समस्त कार्यों के लिए प्रत्येक एकड़ के हिसाब से 10 हजार का अनुदान रखा है।
खाद के अंधाधुंध प्रयोग से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए राज्य शासन ने जैविक खेती मिशन योजना
अनुदान राशि
घटक
1500
खेत की तैयारी व बोनी
4400
तत्व प्रबंधन
700
बीज
8800 को मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बजट घोषणा में राज्यों को जैविक खेती के लिए योजनाएं चलाने कहा था। इसके लिए केन्द्र से अनुदान के लिए बजट प्रावधान किया था। छग सरकार ने इस दिशा में अमल शुरू कर दिया है। राज्य के 22 जिलों के 8800 किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
100
बीजोपचार
2300
जैविक कीट प्रबंधन
1000
खरपतवार प्रबंधन
किसानों को करेंगे प्रोत्साहित
कृषि उप संचालक एलपी अहिरवार ने बताया कि जिले में भी जैविक खेती हो रही है। शासन ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लागू की है। जिले के सभी ब्लाकों के किसानों को इस योजना के तहत प्रोत्साहित कर उन्हें जैविक खेती करने के लिए बढ़ावा दिया जाएगा।
10000
कुल