मगरलोड | Oct 10, 2018
धान की फसल में भूरा माहो और शीत ब्लास्ट राेग हो रहा है। ग्राम करेली बड़ी, खट्टी, कुंडेल, भेंडरी, बुड़ेनी सहित अन्य गांवों की फसल पर भूरा माहो का प्रकोप हो चुका है। वातावरण में उमस रहने और तापमान बढ़ने के कारण धान के पौधों की जड़ में सड़न और बालियों में माहो का प्रकोप काफी बढ़ गया है।
इस कारण पौधे पीले पड़कर सूखने लगे हैं। किसान पूनमचंद साहू, सोहन साहू, रोहित पटेल, अशोक सिन्हा, दयालु राम आदि ने बताया कि भूरा माहो के प्रकोप से धान की फसल पैरा में तब्दील हो रही है। दवाईयों का इस पर कोई असर नहीं हो रहा है। शीत ब्लास्ट से धान के पौधों की पत्तियों में पीलापन और भूरे धब्बे पड़ रहे हैं। फसल बचाने के लिए किसान दवाईयों का छिड़काव लगातार कर रहे हैं, पर इनका असर नहीं दिख रहा है। ऐसे में किसानों को अच्छी फसल होने के बावजूद कीट व्याधियों के कारण भारी नुकसान की आशंका है।
यह उपाय करें किसान
एडीओ कीर्तन सिंह नरेटी का कहना है कि कई स्थानों पर भूरा माहो की समस्या देखने को मिल रही है। करेली बड़ी, कुंडेल, खैरझिटी, बेलौदी, हरदी, धौराभाठा आदि में माहो और गर्दन तोड़ का प्रकोप देखा गया है। भूरा माहो से बचाव के लिए किसान विशेषज्ञों की सलाह से रोकथाम के लिए रसायनों का निरीक्षण कर सकते हैं।