बैकुंठपुर Oct 31, 2018
बैकुंठपुर विकास खंड के ग्रापं नगर उमझर, बिशुनपुर, जुनापारा, रटगा सहित क्षेेत्र के दर्जनों गांवों में धान की फसल के दौरान आखिर में एक बारिश न होने के कारण बहुत नुकसान हुआ है।
किसानों की मानें तो इस वर्ष का नुकसान 30 से 40 फीसदी का है। इस संबंध में किसान शंकर प्रसाद तिवारी, फूलसिंह राय सिंह, रामप्रसाद, वीर सिंह, तिलकधारी, गयाप्रसाद, चंद्रशेखर तीरथ सिंह ने बताया कि इस वर्ष शुरुआत में बहुत अच्छी बारिश हुई थी। इससे हम सभी किसान समय से खाद बीज व रोपाई का कार्य समय से ही कर लिए थे लेकिन आखिरी की एक बारिश न होने के कारण चंवर व कम गहराई वाले खेतों में तो एक दाने की भी उम्मीद नहीं है। कहीं-कहीं तो मवेशियों के लिए पुआल तक मिलना मुश्किल है किसानों ने कहा कि अब तो हम अपना घर मे रखा अनाज व जमा पूंजी कब खेती में लगा चुके हैं ऐसी स्थिति में अब सब जिला प्रसाशन की ओर आस लगाए बैठे हैं।
किसानों ने कहा- इस बार धान की फसल 40 फीसदी खराब
बारिश न होने से खेत में चौपट धान की फसल को दिखाता किसान।
नगर सहित आसपास की ग्राम पंचायतों में नहीं हैं सिंचाई के कोई साधन
ग्राम नगर व आसपास की चार पंचायतों में सभी किसान अपनी दोनों फसल के लिए सिर्फ आसमानी बारिश पर ही निर्भर रहते हैं। क्योंकि यहां के ग्रामों में सिंचाई के लिए कोई भी साधन जैसे नहर बांध व बड़े तालाब व जलाशय के साधन नही हैं विडंबना यह भी है कि इस छेत्र में ट्यूबवेल भी पूरी तरह सफल नहीं है। इस कारण यहां के किसान खेती के लिए मौसमी बारिश पर ही निर्भर रहते हैं छेत्र के किसानों ने जिला प्रशासन से फसल नुकसान का अवलोकन करा कर उचित पहल करने की मांग की है।