जांजगीर-चांपा Nov 12, 2018
जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश के 22 जिलों के एक-एक ब्लॉक का चयन किया है। इसमें जांजगीर-चांपा जिले का बलौदा ब्लॉक भी शामिल हैं। यहां तीन साल से 80 एकड़ में जैविक खेती मिशन में खेती की जा रही थी।
इस साल यहां जैविक खेती करने वाले किसानों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इस बार 400 एकड़ में किसानों ने जैविक खेती की है। सरकार ने यह योजना पांच साल के लिए लागू की है, जिसमें पूरे ब्लॉक को जैविक पद्धति से ही खेती लायक बनाना है। बलौदा ब्लॉक के झपेली, औराईकला, पनोरा, झर्राडीह, बछौद, बहेराडीह और पंतोरा में 400 किसानों ने इस साल जैविक खेती की शुरूआत की है। अब फसल तैयार है।
प्रति एकड़ 10 हजार रुपए का मिला अनुदान- खेतों में रासायनिक खाद के अधिक प्रयोग और उससे होने वाले नुकसान को रोकने के लिए राज्य सरकार जैविक खेती मिशन योजना चला रही है। इसके लिए किसानों को खेत की तैयारी और बोनी से लेकर सभी कार्यों के लिए प्रत्येक एकड़ के हिसाब से सरकार 10 हजार रुपए का अनुदान भी दे रही है।
सुंगधित किस्म की यह वैरायटी उगाई-किसानों ने जैविक खेती में किसान विभिन्न वैरायटी की उच्च गुणवत्ता और सुंगधित किस्म की धान की फसल ली है। इनमें माई दुबराज, गंगा बालू, तरूण भोग, विष्णु भोग, तिल कस्तूरी, बादशाह भोग, लोहदी, शिव पार्वती, चीनी शक्कर, बासमति, रामजीरा किस्म के धान है।
रासायनिक खादों की बजाए जैविक खेती में इनका किया इस्तेमाल
जैविक खेती करने वाले बहेराडीह के किसान दीनदयाल यादव ने बताया कि रासायनिक खाद की बजाए जैव उत्पाद में जीवामृत, नीमसार, ढेंचा खाद, गोबर खाद, केंचुआ खाद डालते हैं। गांव में किसान खुद इसे तैयार करते हैं।