कवर्धा Oct 20, 2018
सरोदा बांध के जरिए 35 गांव के 13 हजार एकड़ खेतों में पानी की समस्या अब हल होती नजर आ रही है। एक सप्ताह पहले तक सूखने के कगार पर आ चुकी फसलों के लिए किसानों की मांग पर प्रशासन ने पानी छोड़ने की पहल की थी, लेकिन इसकी मात्रा बहुत कम थी। इस मुद्दे पर भास्कर के हस्तक्षेप के बाद नहर में पानी छोड़ने की मात्रा प्रशासन ने बढ़ा दी है, ऐसे में अब निचले इलाकों तक पानी पहुंचने लगा है।
इससे पहले जल संसाधन विभाग ने किसानों के लिए सरोदा बांध से पानी तो छोड़ा, लेकिन इसकी मात्रा प्रतिदिन 70 क्यूसेक ही थी। वह भी नहर में 5 फीट की उंचाई पर लगे छोटी नहर की पाइप लाइन तक भी नहीं पहुंच पा रहा था, इससे खेतों की नालियों सूखी ही थीं। इससे परेशान किसानों ने नहर को कई जगह से रेत-पत्थरों से बांध दिया था, ताकि नहर में पानी का स्तर ऊपर आ जाए और नालियों के पाइप लाइन तक पानी पहुंचे और उनके खेतों में सिंचाई हो सके।
किसानों ने 6 से ज्यादा जगहों पर इसी तरह नहर को बांधा था, वहीं 2-3 जगहों पर अवैध तरीके से मोटर पंप से पानी खींचे जा रहे थे। कई जगह पर पाइप लाइन का लेवल नीचे करने उसे खोदा भी गया था। इससे नहर के निचले हिस्से में पानी ही नहीं पहुंच पाया था।
कवर्धा. सिंचाई के लिए अब नहर में पानी पहुंच चुका है।
अब पानी की मात्रा बढ़ाकर की 90 क्यूसेक
जल संसाधन विभाग पहले किसानों को सिंचाई के लिए प्रतिदिन 70 क्यूसेक पानी दे रहा था। यह पानी इतना कम था कि नहर में यह 4 फीट की उंचाई पर चल रहा था। इससे सिंचाई के लिए 5 फीट की उंचाई पर लगे पाइप लाइन तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था। इसके बाद अब विभाग ने पानी की मात्रा बढ़ाकर 90 क्यूसेक कर दी है। इससे फिलहाल खेतों में पानी पहुंचने लगा है।