बलौदाबाजार| Nov 27, 2018
पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए खेतों में फसल कटाई के बाद बचे अवशेषों को जलाने पर राज्य सरकार द्वारा रोक लगाई गई है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर भारत में फसल कटाई के बाद उसके अवशेषों को जलाने से हुए प्रदूषण के गंभीर परिणाम विगत वर्ष देखने को मिले हैं। राज्य में इस तरह की घटनाओं और प्रदूषण के बचाव के लिए प्रदेश भर में तहसीलवार विशेष टीम बनाई जा रही है।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी जेपी पाठक ने इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए संबंधित तहसीलदारों के नेतृत्व में विशेष मॉनीटरिंग टीम बनाई है। टीम में तहसीलदार के अलावा संबंधित क्षेत्र के वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और पटवारी सदस्य होंगे। ये टीम गांवों का भ्रमण कर फसल अवशेष जलाने की घटनाओं पर नजर रखेगी और आवश्यक कार्रवाई करेगी। जिले की सभी 6 तहसीलों में चार सदस्यीय विशेष मॉनीटरिंग टीम सोमवार से सक्रिय हो गई है।
कलेक्टर ने किसानों से कृषि अवशेषों को खेतों में न जलाने की अपील की है। उन्होंने कहा अवशेषों को जलाने से होने वाला प्रदूषण सभी के लिए हानिकारक है।