रायगढ़ |Nov 21, 2018
मतदान की वजह से रुका हुआ धान विक्रय 20 नवंबर से जोर पकड़ने लगेगा। लेकिन उठाव कमजोर होने के कारण केंद्रों में धान संग्रहण में परेशानी आ सकती है। अरली वैरायटी के धान की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है। जिसे किसान केंद्रों में लेकर पहुंचेंगे।
अफसरों का दावा है कि केंद्रों में बहरहाल पर्याप्त मात्रा में बारदाना मौजूद है। जिससे इस महीने काम चलाया जा सकता है। अब तक सिर्फ मिलर्स ही केंद्रों से धान का उठाव कर रहे है। अब तक 2340 क्विंटल धान का परिवहन किया जा चुका है। यह मात्रा काफी कम है। इस बार आचार सहिंता के कारण परिवहन टेंडर में दिक्कत आई। यही वजह है कि अब तक संग्रहण केंद्रों के लिए उठाव शुरू नहीं हो पाया है। खरीदी केंद्रों में लिमिट तय है, इससे अधिक की खरीदी हुई तो केंद्रों में धान रखने के लिए जगह नहीं होगी। समितियों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल चुनाव संपन्न होने के बाद अब खरीदी केंद्रों में किसान पहुंचने लगेंगे।
चुनाव में व्यस्त रहे मजदूर
धान कटाई में चुनावी कार्य का असर देखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार कार्य में जाने के एवज में धान कटाई से अधिक राशि मिली। इसके चलते कटाई में हो रही देरी का असर धान खरीदी केंद्रों पर पड़ा। ज्यादातर खरीदी केंद्रों में बोहनी नहीं हुई है। चुनाव के बाद काम में तेजी आने के कयास लगाए जा रहे हैं। मध्यम वैरायटी की धान दिसंबर में आ जाएगी। इसके बाद खरीदी का आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा। इसके लिए प्रशासन को बेहतर तैयारी करनी होगी।