रायगढ़ Oct 24, 2018
एक तस्वीर गांव की है तो दूसरी शहर की। पहली तस्वीर में शहर के बापू नगर मोहल्ले में निगम के नल का पानी व्यर्थ बह रहा है तो दूसरी फोटो में पानी टैंकर के जरिए किसान खेत में सिंचाई कर रहे हैं।
शहरवासी जहां पानी की कद्र नहीं कर रहे हैं तो वहीं गांव के किसानों को खेती के लिए 500-700 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। अंचल सूखे की चपेट में है, एक-एक बूंद पानी के लिए किसान दूसरी तरफ नगर निगम व लोगों की लापरवाही के कारण शहर के कई जगह लीकेज के चलते हजारों लीटर पानी रोज बह जाता है। इसे बचाने अफसर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। मंगलवार को बरमकेला ब्लॉक के रंगाडीह गांव में किसान पानी टैंकर से खेत की सिंचाई कर मूंगफली की खुदाई कर रहे थे। किसान चक्रधर चौधरी ने बताया कि टैंकर के लिए रोज 500 रुपए खर्च करने पड़ते हैं।
बापू नगर के निगम के नल से व्यर्थ बह रहा पानी।
पूरे जिले में ऐसी ही स्थिति- पानी की किल्लत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई लोग टैंकर से पानी लाकर खेतों की सिंचाई कर रहे हैं। यह स्थिति सिर्फ रंगाडीह गांव की ही नहीं है। पूरे जिले में पानी की किल्लत से लोगों की नींद उड़ गई है। कृषि विभाग की आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में 15 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर मूंगफली की खेती हो रही है। शुरूआत में अच्छी वर्षा के कारण किसानों को अच्छी फसल होने की काफी उम्मीद थी, परंतु मौसम ने एक बार फिर उन्हें धोखा दे दिया है। इसके चलते मूंगफली की खोदाई के लिए भी अब किसानों को ट्यूबवेल, तालाब, कुएं से सिंचिंत करना पड़ रहा है।
टैंकर मंगवाकर मूंगफली के फसल की सिंचाई करते किसान।