उज्जैन| Sep 210, 2018
ई-टेंडर से 12 लाख बोरी गेहूं की बिक्री डाउन रेट वाली रही। एफसीआई के ई-टेंडर में 1925 से 2060 रुपए के ऊंचे भाव रहे। उज्जैन मंडी के 3-4 व्यापारियों ने नरवर का गेहूं 2020 रुपए क्विंटल में खरीदा। गेहूं व्यापार में मंडी आने से मिल क्वालिटी 25 रुपए घट गया। बाजार में गेहूं की उपलब्धता से एक बार फिर सस्ते का दौर आ गया है। लाखों रुपए का खरीदा स्टॉक का गेहूं अब फायदा नहीं दे रहा है। एक व्यापारी ने इस प्रकार के गेहूं में लाखों रुपए लगा दिए। ब्याज का धंधा रिस्की होने और पहले ही 12-14 लाख रुपए उधारी के डूबने के बाद अब 10-20 रुपए बोरी पर अपना धन लगाकर व्यापार किया जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो गेहूं व्यापार की अंदरूनी स्थिति खराब बताई गई है। 25 से 50 रुपए फायदे का व्यापार तो लगातार घाटा देते हुए पूंजी समाप्त करने लगा है। सार्टेक्स मशीन में गेहूं खरीदकर साझेदारी करने के बाद भी नुकसान मिला। मंडी नीलामी में बीज वाले ही बड़ी मात्रा में भावों पर सुपर गेहूं खरीद रहे हैं।