आरंग| Oct 09, 2018
आरंग तहसील के ग्रामों में रातोंरात बड़ी संख्या में पहुंच रहे आवारा मवेशियों से खेती को हो रही व्यापक क्षति से उद्वेलित व आक्रोशित किसानों ने शासन-प्रशासन को पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया है कि इनके लिए स्थायी अभ्यारण्य बनाया जाए। साथ ही राहत न मिलने पर आंदोलन करने को कहा। तीन-चार वर्षों से ग्रामों में आवारा मवेशियों की संख्या में दिनोंदिन बढोत्तरी हो रही है। ये मवेशी फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे मवेशियों से फसल बचाने एक ग्राम के किसान उन्हें दूसरे ग्राम में हकाल रहे हैं। ज्ञापन में मवेशियों को खुला छोड़ने वाले पंचायत क्षेत्र के ग्रामीणों को समस्त शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित करने का अधिकार संबंधित पंचायत व ग्रामसभा को देने, मंदिरहसौद के ग्राम कुरूद, बकतरा व मुनगी में करीब 30-30 एकड़ में चहारदीवारी से घिरे व पानी की सुविधा से युक्त तथा रायपुर वन मंडल के अनुसंधान विस्तार स्थल, ग्राम जरौद मे चहारदीवारी से घिरे व पानी के प्रबंध वाली वन विभाग के वृक्षारोपण हेतु सुरक्षित स्थल सहित खरोरा के मोहरेंगा के जंगल मे इन मवेशियों को रखवाने का आग्रह किया गया है।