ट्रक यूनियन की हड़ताल के चलते जहां कोटा-ग्वालियर के 30 से अधिक ट्रक श्योपुर में फंसे हुए हैं। वहीं श्योपुर से अलग-अलग प्रांतों में जाने वाले 300 से अधिक ट्रकों के पहिए थमे होने से खाने-पीने की चीजों के साथ अब हर चीज महंगी होने लगी है। इधर ट्रकों के न चलने से श्योपुर मंडी में व्यापारियों द्वारा खरीदा गया 60 ट्रक माल मंडी में रखा हुआ है। माल का उठाव न होने से क्षुब्ध व्यापारियों ने ऐलान कर दिया है कि-अगर हड़ताल खत्म नहीं हुई तो हम सोमवार से खरीदी बंद कर देंगे। इससे अंचल से फसल बेचने के लिए आने वाले किसानों के सामने संकट खड़ा हो जाएगा।
20 जुलाई से ट्रांसपोर्ट यूनियन की देशव्यापी हड़ताल चल रही है, जो आठवें दिन शुक्रवार को भी जारी रही। अब मंडी व्यापारी भी ट्रक यूनियन की इस हड़ताल से नाराज हैं। मंडी में व्यापारियों का माल रखा हुआ है जो कि बारिश में भीगने व नमी के कारण खराब हो रहा है। मंडी में 60 ट्रक माल को गोदामों में भेजने के लिए व्यापारी परेशान हैं। जबकि गोदामों से माल कोटा, बारां, ग्वालियर, शिवपुरी जिलों में भी नहीं भेज पा रहे हैं। ऐसे में व्यापारियों की मुसीबतें बढ़ गईं हैं। जिसके अब मंडी व्यापारियों ने ट्रक यूनियन द्वारा की जा रही हड़ताल के विरोध में मंडी बंद रखने का फैसला लिया है।
जिलेभर से मंडी में रोज आ रहे 150 से 200 किसान, खरीदी बंद हुई तो होंगे परेशान
ट्रांसपोटर्स की हड़ताल की वजह से उठाव न होने से मंडी में रखा व्यापारी का माल।
बाहर के 30 ट्रक श्योपुर में फंसे, ड्राइवर-क्लीनर हो रहे परेशान
ट्रक यूनियन की देशव्यापी हड़ताल के चलते श्योपुर में ग्वालियर व कोटा के 30 ट्रक फंसे हुए हैं जो कि मंडी में माल लेने आए थे, लेकिन हड़ताल के चलते ट्रक नहीं चल सके और ड्राइवर व क्लीनर इन ट्रकों को मंडी में खड़ा कर वापस लौट गए। वहीं शहर में मारूति ट्रांसपोर्ट, मुंगिया ट्रांसपोर्ट, सिंह ट्रांसपोर्ट, शाहदत ट्रांसपोर्ट, खान ट्रांसपोर्ट, मेव ट्रांसपोर्ट, राधे ट्रेवल्स सहित 25 ट्रांसपोर्ट कंपनी हैं। जिनके द्वारा 300 से ज्यादा ट्रक संचालित किए जा रहे हैं। यह ट्रक ग्वालियर, कोटा, दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद तक चलते है। जिनमें श्योपुर से माल ले जाने और लाने का काम किया जाता है। जबकि इतनी ही संख्या में रोजाना 300 से ज्यादा ट्रक श्योपुर आते है।
मंडी में चना, सरसों, सोयाबीन, उड़द की चल रही है खरीदी
वर्तमान में कृषि मंडी श्योपुर में 100-150 किसान रोज अपनी चना, सरसों, सोयाबीन, उड़द, मूंग और ग्वार व तिली की फसलें बेचने आ रहे हैं। इसके अलावा कपड़ा, फर्नीचर, किराना और अन्य तरह का सामान बेचने वाले व्यवसायी भी परेशान हैं क्योंकि उनका माल भी ट्रक यूनियन की हड़ताल के चलते ग्वालियर, दिल्ली जैसे शहरों से नहीं आ पा रहा है।
हमारा माल खराब हो रहा है, इसलिए मजबूरी में बंद करनी पड़ेगी खरीदी
ट्रक यूनियन की हड़ताल के कारण व्यापारियों का माल खराब हो रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो हमें बहुत नुकसान होगा। इसलिए फैसला लिया है कि ट्रक यूनियन की हड़ताल के चलते हम भी एक दिन बाद यानी शनिवार से मंडी में खरीदी बंद कर देंगे। मदनमोहन गर्ग, अध्यक्ष, व्यापार मंडल कृषि मंडी श्योपुर
मांग पूरी होंगी, तभी खत्म करेंगे हड़ताल
हमारी मांगें पूरी होने तक हड़ताल निरंतर जारी रहेगी, देशव्यापी इस हड़ताल में हम कोई भी फैसला नहीं ले सकते हैं। यहां कोई ट्रक न चले हम लगातार इस पर ही निगरानी कर रहे हैं। जब तक हड़ताल जारी रहेगी, तब तक एक भी ट्रक नहीं चलेगा। कय्यूम खान, अध्यक्ष, ट्रक यूनियन श्योपुर
हम मंडी व्यापारियों से करेंगे बात
व्यापारियों की तरफ से अगर हड़ताल की जाती है तो इस पर विचार करेंगे और मंडी व्यापारियों से बात करेंगे। अभी तक मेरे पास इस बारे में कोई सूचना नहीं है।