बैतूल Nov 26, 2018
धान उपार्जन केंद्र पर व्यवस्था के मद्देनजर अधिकतम 750 किसान की उपज ली जाएगी। चोपना संस्था से जुडे़ 2800 पंजीकृत किसानों में से लगभग 2 हजार 150 को पूर्व निर्धारित 3 खरीदी केंद्रों और शेष 650 किसानों को अन्य 2 स्थानों पर जोड़ा गया है।
शाहपुर संस्था का खरीदी केंद्र गुप्ता वेयर हाउस सिलपटी में है। यह केंद्र से हीरापुर 1-2 शिवसागर, कटासुर, गोलई और मालवर के किसानों को जोड़ा है। वहीं डेयरी आमढाना और बरेली पार के किसानों को धान की बिक्री के लिए रानीपुर के नए खरीदी केंद्र छुरी से जोड़ा है।
क्वालिटी पर विशेष नजर
चोपना कैंपस में डीएमओ संजय गीते ने बताया कि वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी आशीष दुबे ने बताया कि चोपना 1-2-3 के किसान अपनी उपज चोपना कैंपस में लाएंगे।
32 से 35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर खरीदी का मापदंड
इस बार 3 वर्ष की वास्तविक फसल कटाई के आधार पर खरीदी के मापदंड तय हुए हैं। इस क्षेत्र में 32 से 35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के बीच खरीदी की बात सामने आ रही है। हालांकि अभी खरीदी केंद्राें पर किसान पहुंच नहीं रहे हैं। जिन किसानों को अपनी उपज लाने के एसएम आए हैं, उनमें प्रति हेक्टेयर विविधता वाली स्थिति है। जिस स्थान पर उपज का भंडारण होना है वहां विपणन संघ का प्रतिनिधि की गुणवत्ता परीक्षण बाद भंडारण के लिए स्वीकृति देगा। विवादित मामले में एसडीएम हल कराएंगे। इस बार किसान को क्वालिटी पर ध्यान देना होगा। यदि किसान की धान गुणवत्ता के अनुरूप नहीं पाई जाती है, तो उसे असुविधा हो सकती है।