बैतूल Nov 29, 2018
सब्जी उत्पादक किसानों को थोक सब्जी बिक्री के लिए परेशान होना पड़ रहा है। बीते दिनों में उद्यानिकी का क्षेत्र तो बढ़ा है, लेकिन उसके हिसाब से किसानों को बाजार नहीं मिल पा रहा है। इससे किसान वास्तविक लाभ से वंचित हैं। लंबे समय से किसान शाहपुर में थोक सब्जी बिक्री के लिए सब्जी मंडी की मांग कर रहे हैं, लेकिन आश्वासन के अलावा अब तक कुछ नहीं मिला है। शाहपुर में सब्जी मंडी की सुविधा हाेने से लाभ मिलेगा। 15 गांव में किसान करते हैं सब्जी की खेती- 15 गांव के किसान पारंपरिक तरीके से लगभग सवा चार सौ हेक्टेयर में सब्जी की खेती करते हैं। हाल ही में नवनिर्मित 3 नेट शेड से किसान ने पहली क्राॅप के रूप में करीब 65 टन सब्जी निकाली है। 8 नेट-शेड में नई क्राॅप की प्रक्रिया चल रही है। इससे आगामी 2 माह में प्रतिदिन 5 से 6 टन सब्जी निकलने लगेगी।
किसान बाेले : शाेषण से मिलेगी मुक्ति: सब्जी उत्पादन से जुड़े राजकुमार सिरोरिया, रामकिशोर सिरोरिया का कहना है किसानों ने नई तकनीक अपनाकर सब्जी की खेती शुरू की है। किसानों का सब कुछ इस खेती पर लग चुका है, स्थानीय स्तर पर मार्केट की उपलब्धता से किसान शोषण अाैर बिचौलियों से मुक्त होकर आगे बढ़ सकते हैं। वर्तमान में बाहर जाकर उपज बेचने में किसानों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त व्यय आ रहा है। यहां सब्जी मंडी की सुविधा से मात्र 2 प्रतिशत में काम हो जाएगा। अशोक महतो ने बताया लंबे समय से वे किसानों का पक्ष शासन-प्रशासन के सामने रख रहे हैं। यहां सब्जी मंडी खुलने से तवापार के लोगों को भी लाभ मिलेगा। इसके अलावा ब्लॉक में मौसमी फल तरबूज का क्षेत्र भी 200 हेक्टेयर रहता है।