रतलाम. Nov 26, 2018
प्रनमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मंदसौर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस के शासन में किसानों को यूरिया के लिए परेशान होना पड़ता था, मोदी सरकार ने किसानों की यह परेशानी दूर कर दी है और अब किसानों को भरपूर यूरिया मिल रही है। लेकिन, हकिकत इसके उलट ही है। किसान आज भी यूरिया के लिए परेशान हो रहा है
रतलाम जिले में सोसायटियों ने यूरिया वितरण की लिमिट बांध दी है और दो हेक्टेयर जमीन वाले किसानों को दो बोरी यूरिया ही नकद में दे रहे हैं। इससे कम वालों को तो एक बोरी से संतुष्ट होना पड़ रहा है। किसान परेशान है और उन्होंने कलेक्टर को शिकायत की है। रबी फसलों की बोवनी पूरी होने के बाद अब फसल की रफ्तार बढ़ने लगी है। इससे फसल को यूरिया की जरूरत है। लेकिन किसान जब सोसायटियों में यूरिया लेने जा रहे हैं तो उन्हें भरपूर खाद नहीं मिल रहा है।
दमेलापाड़ा के किसान शंकर पिता किशन गरवाल शनिवार को खाद लेने के लिए धराड़ सोसायटी पहुंचे। कतार में लगने के बाद जब उनका नंबर आया तो पावती देखकर एक ही बोरी यूरिया दिया। जब उन्होंने बोला कि इतने में क्या होगा। मुझे तो ज्यादा चाहिए तो बोला कैश सेलिंग वालों को इतनी ही दे रहे हैं। गरवाल ने बताया सोसायटी में पक्षपात हो रहा है। किसी को कम तो किसी को ज्यादा यूरिया बांटी जा रही है, जबकि एक समान बंटना चाहिए।
सोसायटी के मैनेजर संजय सिंह राठौर ने बताया एक हेक्टेयर तक नकद सेलिंग करने वाले किसानों दो बोरी दिया जा रहा है। इससे कम वालों को एक बोरी यूरिया दिया जा रहा है। हमारे यहां जिनका खाता है उन किसानों को एक बीघा में एक बोरी दिया जा रहा है। सोमवार को और खाद दे दिया जाएगा।