धार Nov 06, 2018
सरकारी सिस्टम के ढील पोल रवैये से ग्रामीण किसान खासे परेशान है। केलिकला इमलीपुरा के किसानों का ट्रांसफार्मर पिछले 15 दिन से खराब पड़ा है। जिम्मेदारों को किसानों ने इसकी सूचना भी समय पर दे दी लेकिन उनकी अनदेखी से अब किसान एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय के चक्कर काट रहे है। नतीजतन सिंचाई का काम भी प्रभावित हो रहा है। इस समय गेहूं, चने की फसल में सिंचाई करने का चल रहा है। यदि अभी फसलों को पानी नहीं मिला तो वे खराब हो जाएगी।
सोमवार को विद्युत वितरण कंपनी के संभागीय कार्यालय पर केलिकला इमलीपुरा के ग्रामीण किसान ट्रांसफार्मर बदलाने के लिए आए थे लेकिन उन्हें कागजी कार्रवाई पूर्ण नहीं होने के कारण ट्रांसफार्मर नहीं मिला। 15 दिनों से ट्रांसफार्मर खराब होकर उसे रविवार को ही लाइनमैन ने उतारा था। जिसके बाद ग्रामीण इसे लेकर यहां संभागीय कार्यालय पहुंचें थे लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी और देर शाम तक ट्रांसफार्मर नहीं मिल सका। किसान सुनील मंडलोई, अमरसिंह चौहान, महेश वास्केल, करणसिंह वास्केल, समरथ वास्केल, छगन वास्केल आदि ने बताया वर्तमान में फसल को पानी की आवश्यकता हैं। ट्रांसफार्मर पर 15 से अधिक किसानों के कनेक्शन होने से ट्रांसफार्मर जल जाने से फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। रिंगनोद डीसी के अंतर्गत आने वाले इस ग्राम के अनेक ग्रामीण सोमवार को ट्रांसफार्मर बदलाने के लिए आए थे। सभी ग्रामीणों ने बताया कि रिंगनोद में जेई एवं ग्राम के ही लाइनमैन ने ट्रांसफार्मर जमा कर दूसरा देने संबंधी पत्र बनाकर नहीं दिया जिससे हमें यहां ट्रांसफार्मर नहीं मिला। उन्होंने राजगढ़ ही आपका काम होने की बात कही थी, लेकिन जब यहां आए तो वितरण प्रभारी ने कागजी कार्रवाई करने की बात कही।
नियमानुसार ही होगा काम- वितरण प्रभारी
बिजली कंपनी के संभागीय कार्यालय में पदस्थ ट्रांसफार्मर वितरण प्रभारी महेंद्र राठौर ने बताया ग्रामीण डीसी केंद्र के अधिकारी का पत्र लेकर नहीं आए थे। जिससे यहां से ट्रांसफार्मर देनेे में असमर्थ है। वैसे भी बदलने या नया ट्रांसफार्मर देने का 3 दिन का नियम हैं। गारंटी अवधि में होने के कारण इसे हमारे द्वारा धार भेजा जाएगा। मामले में रिंगनोद जेई प्रशांत डोंगरे से बात करने का प्रयास किया किंतु उनके मोबाइल पर संपर्क नहीं हो सका।
राजगढ़. बिजली कंपनी के कार्यालय में ट्रांसफार्मर के लिए आए ग्रामीण।