तेंदूखेड़ा Oct 19, 2018
सिंचाई विभाग के अधिकारियों की सांठगाठ के चलते धनगौर तालाब की सैकड़ों एकड़ जमीन पर दबंग कब्जा करके हर साल लाखों रूपए की फसल बो रहे हैं। एेसा हाेने से तालाब की गहराई कम होती जा रही है। यहां तक कि तालाब की जमीन पर दबंगों ने पत्थर की खकरी लगाकर स्थाई कब्जा कर खेती कर रहे हैं।
हैरानी की बात तो यह है कि तालाब में लगे पेड़ों को काटकर खेत बना दिए गए हैं। इसके अलावा सिंचाई विभाग कुछ लोगों की रसीद काटकर एक फसल के लिए हर साल पट्टे देती है, लेकिन 30 से अधिक लोग तालाब की जमीन पर कब्जाकर खेती करते हैं, जबकि कुछ लोगांे का 12 माह कब्जा रहता है जो वहां पर खेती करते हैं। साथ ही खरीफ व रबी की फसलें बोकर लाखों रूपए लाभ कमा रहे हैं। जबकि सिंचाई विभाग मात्र गेंहू की फसल के लिए ही रसीद काटकर पट्टा देता है।
गौरतलब है कि सिंचाई विभाग के अधिकांश तालाबों की जमीन पर 10 साल से दबगों का कब्जा है। जिससे तालाब की गहराई कम होती जा रही है। यदि ऐसे ही कब्जा रहा तो तालाब में पानी रूकना ही बंद हो जाएगा। सिंचाई विभाग के द्वारा निर्मित धनगौर तालाब के लिए 86.62 हेक्टर भूमि जल भराव के लिए आरक्षत की गई थी, लेकिन दबंगों के कब्जा के चलते अब तालाब में मात्र लगभग 40 हेक्टेयर भूमि ही बची हुई है। लगभग आधे से ज्यादा 120 एकड़ भूमि पर दबंगों का कब्जा हो गया है। यहां तक कि कब्जाधारियों ने स्थायी पत्थर की खकरी, तार की फेसिंग लगाकर फसल बो रहे हैं। यहां तक की ग्राम के मवेशियों को भी पीने का पानी नहीं मिलता है। ग्रामवासियों का कहना है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी दो तीन लोगों की रसीद काटते हैं बाकी सभी लोगों से सांगठगाठ कर अवैध कब्जा करवाकर खेती कराते हैं।
जिला पंचायत सदस्य एवं संचार संकर्म समिति की सभापति कौशल्या मेमार ने बताया कि धनगौर तालाब में दबंगों का कब्जा हटाने के लिए ग्राम पंचायत ने ग्राम सभा मंे प्रस्ताव पारित किया है। आवेदन और प्रस्ताव लगाकर कलेक्टर को देकर कब्जा हटवाने की मांग करूंगी।
तेंदूखेड़ा ब्लॉक के धनगौर में बने इस तालाब की जमीन पर सालों से कुछ लोग कब्जा कर खेती कर रहे हैं।
कब्जा हटाने पंचायत में प्रस्ताव पारित
धनगौर ग्रामवासियों ने तालाब से कुछ लोगों का कब्जा हटाने के लिए गांधी जयंती के दिन ग्राम सभा में विधिवत प्रस्ताव पारित किया है। साथ ही लगभग 100 से अधिक ग्राम के लोगों ने