खण्डवा Nov 01, 2018
सहायक कलेक्टर ने बुधवार को कृषि उपज मंडी का निरीक्षण किया। किसानों से पूछा कि उपज के भाव सही मिल रहे हैं या नहीं। पिछले साल किस भाव में मक्का बेची थी और इस बार भाव में कितना अंतर है। इस पर किसान ने बताया कि पिछले वर्ष और इस वर्ष के भाव समान है। बुधवार को मक्का के भाव 1151 से 1365 रुपए रहे। 110 वाहन से 3450 क्विंटल मक्का आया।
कृषि उपज मंडी में भावांतर योजना के तहत पंजीकृत किसान उपज बेचने आ रहे हैं। नीलामी में व्यापारी उपज खरीद रहे हैं। बुधवार को सहायक कलेक्टर डॉ. योगेश भरसट और एसडीएम बीएस कलेश ने नीलामी स्थल का निरीक्षण किया। सहायक कलेक्टर ने एक किसान से पूछा पिछले साल से इस साल दाम में कितना अंतर है। किसान ने जवाब दिया भाव पिछले साल के समान हैं। अफसरों ने प्रभारी मंडी सचिव मोतीलाल चौधरी से नीलामी में शामिल होने वाले व्यापारियों की संख्या की जानकारी ली।
मंडी परिसर में सहायक कलेक्टर योगेश भरसट ने किसान से जानकारी ली।
पीजी कॉलेज में बना स्ट्रांग रूम और मतदान केंद्र देखा
भास्कर संवाददाता | सेंधवा
बुधवार को सहा. कलेक्टर ने एसडीएम कार्यालय के सभागृह में चुनाव के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों व मास्टर ट्रेनरों की बैठक लेकर अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने शहर के मतदान केंद्रों व स्ट्रांग रूम को देखा।
तहसीलदार एसआर यादव ने बताया दोपहर 12 बजे सहा. कलेक्टर डॉ. योगेश भरसट व एसडीएम बीएस कलेश ने बैठक ली। इसमें विधानसभा निर्वाचन को लेकर किए गए कार्यों की समीक्षा की। मतदान केंद्रों पर लोगों की सुविधा के लिए जो कार्य किए जाने थे वे पूर्ण हुए या नहीं, दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैंप बनाई या नहीं। अफसरों ने बताया सभी काम पूर्ण हो चुके हैं। वाहन अधिग्रहण की कार्रवाई भी पूरी कर ली है। वाहन प्रभारियों की नियुक्ति कर उन्हें निर्देश दिए। सहा. कलेक्टर ने सामग्री वितरण व मतदान दलों को रवाना करने के स्थल की जानकारी ली। सहायक कलेक्टर ने पूछा जहां नेटवर्क नहीं मिलते हैं उन मतदान केंद्रों के लिए कितने रनर तैयार किए गए हैं। एसडीएम ने कहा रनर नियुक्त कर उन्हें प्रशिक्षण दे दिया है। एक बार रिहर्सल भी करवाई गई। आगामी समय में एक बार पुनः रिहर्सल कर रनर से कार्य अच्छे से करवाने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने शहर के मतदान केंद्रों सहित पीजी कॉलेज में बनाए गए स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया।
चालू कराई स्क्रीन
इसके अलावा प्रभारी मंडी सचिव से पूछा कि अन्य मंडियों के भाव किसानों को दिखाने के लिए कहां व्यवस्था की है। प्रभारी सचिव चौधरी ने कहा कार्यालय में स्क्रीन पर भाव दिखाए जाते हैं। इसके बाद अफसर मंडी कार्यालय पहुंचे। स्क्रीन देखी तो बंद थी। जिसे चालू कराया गया। साथ ही हमेशा चालू रखने के निर्देश दिए। ताकि किसानों को अन्य मंडियों के भाव की जानकारी मिल सके।