भगवानपुरा Oct 25, 2019
आदिवासी क्षेत्र में पिछले 5 दिन से कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश हो रही है। दीपावली पर्व के दौरान बारिश से बाजार में चहल-पहल कम दिखाई दे रही है। दो माह लगातार बारिश से कपास फसल खराब होने से किसान निराश है। अनाज फसल से थोड़े उत्पादन की उम्मीद भी इस बारिश में खत्म हो गई। कई किसानों के खेतों में काटकर रखी गई मक्का, जुवार व सोयाबीन फसल अंकुरित होने लगी है। काबरी, बहादरपुरा, मोहना, पीपलझोपा, देजला, देवाड़ा, अंबाखेड़ा, थरड़पुरा आदि गांवों में फसलें खराब हुई है।
किसानों ने बताया बारिश से जुवार के दाने दोबारा अंकुरित हो गए है। जुवार के दाने काले हो गए हैं। किसानों ने कहा इस बार कम उत्पादन से दीपावली का त्योहार फीका रहेगा। कृषि विस्तारक अधिकारी बीएल मंडलोई के अनुसार इस साल 1690 हैक्टेयर में जुवार की फसल बोई गई थी। अधिक बारिश से कई जगह फसल नष्ट हो गई। कई जगह काली हो गई या अंकुरित होने लगी है। मक्का, सोयाबीन व कपास की फसल खेतों में सड़ने लगी है। अफसरों को जानकारी दी है।
कपास फसल खराब होने के बाद अब मक्का, जुवार और सोयाबीन अंकुरित होने लगी है
इधर…फसल नुकसानी की राहत राशि खातों में जमा कराएं
किसान संघ ने तहसीलदार से लिखित में जानकारी मांगी
कसरावद | फसल नुकसानी की राहत राशि व अन्य समस्याओं को लेकर गुरुवार को भारतीय किसान संघ ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। संघ पदाधिकारियों ने कहा अधिक बारिश और कीटों के कारण खराब हुई फसलों की सर्वे रिपोर्ट राजस्व अमले ने प्रशासन को दी है। प्रशासन ने राशन को कितने प्रतिशत फसल नुकसानी की जानकारी दी है। राहत राशि किन-किन फसलों पर किस प्रकार और धारा 6-4 व फसल बीमा की राहत राशि कब तक किसानों को मिलेगी। इसकी जानकारी लिखित में दी जाए। अब तक राहत राशि की घोषणा नहीं होने व कई जगह सर्वे में गड़बड़ी होने से किसान भयभीत है। तहसीलदार विवेक सोनकर ने किसान संघ को आश्वस्त करते हुए कहा शासन को शत प्रतिशत फसल नुकसानी की रिपोर्ट दी है। किसी भी किसान के साथ अन्याय नहीं होगा। जिला किसान युवा वाहिनी संयोजक गोपाल पाटीदार, दिनेश यादव, भुवानीराम पटेल, प्रवीण पाटीदार, बाबूलाल पटेल आदि मौजूद थे।
भाकिसं पदाधिकारियों ने तहसीलदार को ज्ञापन दिया।
थरड़पुरा में मकान गिरा, गृहस्थी का सामान दबा
थरड़पुरा में बुधवार रात बारिश के दौरान एक कच्चा मकान धराशायी हो गया। मकान मालिक रेंजला पिता रूमला (50) ने बताया परिवार के चारों सदस्य रात को खाना खाकर सो रहे थे। अचानक मकान की दीवार गिरने से जोर की आवाज सुनकर घर से बाहर निकले। देखते ही देखते पूरा मकान गिर गया। समय रहते बाहर नहीं निकलने से परिवार के सदस्य बच गए। मकान के मलबे में दबने से राशन, एक ट्रॉली ज्वार, बर्तन, कपड़े, मवेशियों का चारा आदि को नुकसान पहुंचा। सरपंच प्रतिनिधि रेसला ब्राह्मणे ने मकान गिरने की सूचना पटवारी को दी।
बारिश से बाजार पर असर
घुघरियाखेड़ी | बुधवार को सुबह से शाम तक रिमझिम बारिश जारी रही। खेतों में काम करने गए किसान भीगते हुए लौटे। किसानों ने कहा खेतों में काटकर रखी फसलों को नुकसान हुआ है। हाट बाजार में ग्राहकी पर भी असर पड़ा। हालांकि दीपावली पर्व से पहले लगे इस हाट से किसानों ने बैलों को सजाने की सामग्री, महिलाओं ने रांगोली, दीपक, नए कपड़े, बर्तन, पूजन सामग्री आदि की खरीदारी की। बिलाली, लाखी, सिबार, दसनावल, हीरापुर, रूपखेड़ा आदि गांव के लोग बारिश से बचाते हुए सामान घर ले गए।