पहाड़गढ़ Nov 09, 2018
जनपद मुख्यालय पर एक साल से नकल शाखा कार्यालय बंद पड़ा है। इतना ही नहीं नकल शाखा में लगाए गए कंप्यूटर सिस्टम को स्थानी कर्मचारी जौरा ले गए। इस हाल में पहाड़गढ़ अंचल के किसानों को खसरा-खतोनी की नकल लेने जौरा जाना पड़ रहा है। पहाड़गढ़ स्थित नकल शाखा बंद रहने पर जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है़? अधिकारियों के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण आदिवासी अंचल के किसानों को राजस्व संबंधी कामकाज के अलावा खसरा-खतोनी की नकल लेने जैसे कार्यों के लिए 30 किलोमीटर दूर जौरा जाना पड़ रहा है।
बता दें कि पहाड़गढ़ उप-तहसील मुख्यालय पर ग्रामीणों को राजस्व संबंधी दस्तावेज मुहैया कराने के लिए वर्ष 2015 में कम्प्यूटराइज्ड नकल शाखा स्थापित कराई गई थी। जिससे खसरा-खतौनी आदि दस्तावेजों को लेने के लिए ग्रामीणों को जौरा जाने ने निजात दिलाई जा सके। लेकिन नकल शाखा स्थापित होने के बाद एक-दो महीने तक ग्रामीणों को खसरा-खतोनी आदि दस्तावेजों की नकल मुहैया कराई गई।
बंद रहता है उप-तहसील कार्यालय
मंगलवार को छोड़कर शेष दिन जनपद मुख्यालय पर उप-तहसील कार्यालय बंद रहता है। इतना ही नहीं आरआई, पटवारी भी मुख्यालय पर नहीं रहते। जबकि मुख्यालय पर रहने के लिए इनके सरकारी आवास भी बने हुए हैं। यहां पदस्थ नायब तहसीलदार भी रोजाना कार्यालय न आकर केवल मंगलवार को जनसुनवाई के दिन ही उपस्थित होते हैं। ऐसे में पहाड़गढ़ अंचल के ग्रामीण लंबे समय से राजस्व संबंधी कामकाज के लिए परेशान हैं।
दो महीने बाद ही बंद कर दी गई सुविधा