मुरैना Nov 28, 2018
सिहौनियां में उप तहसील कार्यालय शुरू नहीं होने से 30 गांव के लोगों को राजस्व संबंधी कामकाज के लिए 15 किलोमीटर दूर अंबाह आना पड़ता है। व्यवस्था तय की गई थी कि नायब तहसीलदार सप्ताह में दो दिन सिहौनियां जाकर किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे लेकिन ऐसा भरी नहीं हुआ।
उप तहसील कार्यालय के संचालन के लिए छह साल पहले व्यवस्था तय की गई थी कि एक नायब तहसीलदार वहां बुध व शुक्रवार को पहुंचकर कैम्प करेंगे। कैम्प में किसानों को ऋण पुस्तिकाएं प्रदान करने से लेकर खसरे-खतौनी की नकल जारी करने, जमीन के सीमांकन व बंटवारे के प्रकरणों का निराकरण करने की कार्रवाई की जाएगी। यह व्यवस्था महीने, दो महीने तक तो चली लेकिन बाद में नायब तहसीलदार की कमी के कारण सिहौनियां में राजस्व अधिकारियों का पहुंचाना बंद हो गया। इस हाल में सांगोली, लेपा, भिडौसा, खरगपुरा, कोलुआ, मानपुर, पुरावस बड़ी पुरावस, खडिय़ाहार, खडिय़ा बेहड़, महूरी, खुरी, कन्हैयापुरा व तेजपाल का पुरा आदि गांव के लोगों को 15 से 20 किमी. दूरी तय कर गांव से अंबाह तहसील जाना पड़ता है।
उप तहसील से जुड़े 14 हल्का
उप तहसील कार्यालय से सिहौनियां क्षेत्र के 14 पटवारी हल्का जुड़े हैं। 14 हल्कों के अंतर्गत 25 से अधिक बड़े गांव आते हैं। इसके अलावा 10 मजरे भी उप तहसील क्षेत्र में आते हैं। सिहौनियां में उप तहसील चलाने के लिए स्टाफ की कमी किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।