तीन दिन की बतर में क्षेत्र के 70 प्रतिशत इलाके में बोवनी हो चुकी है। गुरुवार को भी किसान दिनभर बोवनी के काम में व्यस्त रहा। जुलाई के पहले सप्ताह में हुई झमाझम बारिश ने किसानों को बड़ी राहत प्रदान की थी। जून के महीने से ही किसान अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे थे। बारिश का यह सिलसिला सोमवार दोपहर में थम गया था। इसके बाद क्षेत्र का किसान खेतों में पहुंच कर खरीफ की बोवनी में जुट गया। कई किसान सोयाबीन की ग्रेडिंग कर खेतों में पहुंचा रहे हैं। इसके लिए दिनभर ग्रेडिंग मशीन चल रही है। तीन की बतर का पूरा फायदा किसानों ने उठाया और क्षेत्र में 70 प्रतिशत बोवनी का काम पूरा हो गया। गुरुवार को भी क्षेत्र के अनेक किसान खेतों में डटे रहे। अंतिम चरण में अब सिर्फ वो किसान बोवनी करने से रह गए हैं। जिनके पास बोवनी के साधन नहीं है। ये किसान अन्य किसानों की मदद से आगामी दिनों में बोवनी का काम करेंगे। इस बार कृषि विभाग ने क्षेत्र के 86 हजार 320 हैक्टेयर में बोवनी का लक्ष्य रखा है। कृषि विभाग के एएसडीओ आशीष आर्य ने बताया कि इस बार 57 हजार हेयर में सोयाबीन, 22 हजार 500 हैक्टेयर में उड़द और 2 हजार हे. में धान धान की बोवनी का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही ज्वार, मक्का, अरहर, मूंग, मूंगफली और तिल की बोवनी भी किसानों द्वारा की जा रही है। क्षेत्र में करीब 70 प्रतिशत इलाके में बोवनी हो चुकी है। अगले एक-दो दिन में यह लक्ष्य 90 प्रतिशत हो जाएगा।
खरीफ की बोवनी के पहले कई किसानों द्वारा सोयाबीन की ग्रेडिंग की जा रही है।