श्योपुर Oct 13, 2018
गर्मी ने न सिर्फ लोगों को परेशान कर रखा है, जबकि किसानों की भी फजीहत कर दी है। तापमान के चलते बोवनी पर असर पड़ रहा है, सरसों और चना पर इसका असर पड़ रहा है। शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान 36 डिग्री पर रहा। जबकि बोवनी के लिए 32 डिग्री तक तापमान होना जरुरी है।
मौसम पर्यवेक्षक रमेश शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस मापा गया। रात में तो ठंडक बढ़ रही है, लेकिन दिन में गर्मी लोगों को सता रही है। गर्मी से सरसों और चना की बोवनी पर भी असर पड़ रहा है। क्योंकि दोनों ही फसलों की बोवनी कम तापमान में होती है, अधिक तापमान होने के कारण पौध लंबे समय में फूटती है, जबकि उत्पादन भी कमजोर होता है। जिले में सरसों की बोवनी 30 हजार हेक्टयेर में होनी है, जबकि चना की 20 हजार हेक्टयेर में। खास बात यह है कि तापमान कम न होने चलते किसान बोवनी नहीं कर पा रहे है और बोवनी का समय धीरे-धीरे कर किसानों के हाथ निकल रहा है।