सिलवानी | Nov 14, 2018
किसानों द्वारा धान फसल की कटाई का कार्य बड़े पैमाने पर कराया जा रहा है। इसके साथ ही खेतों में पलेवा भी किया जा रहा है। कृषि प्रधान सिलवानी तहसील में अन्य कोई रोजगार के साधन नहीं हैं। कृषि आधारित क्षेत्र में किसान बड़े पैमाने पर कृषि संबंधी कार्य में लगे हुए हैं। वर्तमान समय में किसान धान फसल की कटाई करा रहे है। मजदूरों से धान की फसल की कटाई कराई जा रही है। धान फसल की कटाई कराए जाने के साथ ही किसान खेतों में अगली फसल की बोवनी के लिए पलेवा कर रहे है। साथ ही पलेवा कर चुके किसान गेहूं, चना, मसूर आदि फसल की बोवनी कर रहे हैं। पूर्व में धान फसल की कटाई कर चुके किसान धान को विक्रय किए जाने के स्थानीय कृषि उपज मंडी आ रहे हैं। कृषि उपज मंडी के साथ ही छोटे किसान गांव के ही अनाज व्यापारियों को घान की फसल का विक्रय भी कर रहे है। किसानों के कृषि कार्य में व्यस्त रहने का असर विधान सभा चुनाव पर भी पड़ रहा है। गावों मे प्रचार के लिए जा रहे राजनैतिक व स्वतंत्र उम्मीदवारो ंको गांवों में दिन के समय कोई नहीं मिल रहा हैं। प्रचार करने जा रहे प्रत्याशियों व समर्थकों को मायूसी हाथ लग रही है। मतदाताओं के ना मिलने से चुनाव प्रचार को गति नहीं मिल पाना बताया जा रहा है। मंगलवार को स्थानीय कृषि उपज मंडी मे विभिन्न जिंसों के भाव इस प्रकार रहें। गेहूं 1830से 1865रुपए, चना 4000 से 4200रुपए, तुअर 3300 से 3800रुपए, उड़द 2900 से 4200रुपए, मसूर 3150 से 3565रुपए, सोेयाबीन 2850 से 3150रुपए, तेवड़ा 2800 से 3000रुपए, बटली 3000 से 3700 रुपए तथा धान 2600 से 2865 रुपए के भाव पर किसानों के द्वारा विक्रय की गई।