जावरा Nov 30, 2018
नगर में तहसील कार्यालय के पीछे स्थित सब्जी मंडी में जगह की कमी है। इससे अव्यवस्था है और सब्जी लेकर आने वाले वाहनों से जाम लगता है। वाहन आगे-पीछे करने में हादसे का डर है। किसान, व्यापारी व रहवासी सभी परेशान है लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। परेशान व्यापारियों व किसानों ने अपने स्तर पर ही नगर से दो किमी दूर सेजावता दशहरा मैदान में मटर की खरीदी-बिक्री का निर्णय ले लिया।
गुरुवार को यहां खरीदी शुरू कर दी। इससे नगर में जाम नहीं लगा और सभी ने राहत महसूस की। बाकी सभी सब्जी की खरीदी-बिक्री नगर की सब्जी मंडी में होगी। केवल मटर फली की आवक अधिक होने से वैकल्पिक व्यवस्था की है। रोज दोपहर 3 से शाम 7 बजे तक नीलामी होगी।
अभी मटर फली की आवक 100 से 150 बोरी हो रही है लेकिन सीजन के चलते हफ्तेभर में ये बढ़कर 500 बोरी तक हो जाएगी। जबकि नगर की सब्जी मंडी में पर्याप्त जगह नहीं। सब्जी विक्रेता संघ अध्यक्ष सैयद मुन्ना भाई, किसान नेता रमेश धाकड़, कमलेश पटेल ने बताया नगर की सब्जी मंडी में व्यवस्था सुधारने या वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कई बार नपा व प्रशासन को दु:खड़ा सुनाया लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। सभी नए कॉम्प्लेक्स बनने तक इंतजार की बात कहते हैं लेकिन ये सुनते-सुनते सालों हो गए। अभी तो मंडी तक जाने वाली तहसील रोड पर कोर्ट परिसर के सभी वाहन खड़े किए जा रहे हैं। किसानों व व्यापारियों के वाहन मंडी तक आना-जाना मुश्किल हो गए। हादसे का डर है। हमने बैठक में निर्णय लिया और दशहरा उत्सव समिति एवं पंचायत से अनुमति लेकर सेजावता मैदान में मटर फली की खरीदी शुरू कर दी है। मटर थोक भाव में 35 रुपए किलो तक बिक रही है।
सेजावता दशहरा मैदान में मटर की खरीदी बिक्री शुरू कर दी गई।
आज खुलेगी कृषि उपज मंडी, तुलावटी भर्ती मुद्दा फिर गरमाएगा
अरनियापीथा नई कृषि मंडी व खाचरौद नाका लहसुन मंडी में 23 नवंबर से ही छुट्टी थी। चुनावी ड्यूटी के कारण सप्ताहभर मंडी बंद रही। अब 30 नवंबर शुक्रवार से दोनों कृषि मंडियां खुलेगी। इधर एक बार फिर तुलावटी भर्ती का मुद्दा गरमाएगा। दरअसल मंडी प्रशासन व संचालक मंडल ने दो महीने पहले तुलावटियों की कमी बताते हुए 30 नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी। इस बीच आचार संहिता लग गई तो शिकायतबाजी के बाद इसे रोक दिया गया। अब चुनाव हो गए और तुलावटी संघ अध्यक्ष प्रमोद पंडित ने सूचना अधिकार में जानकारी मांगी तो करीब 30 चयनित नए तुलावटियों की सूची हाथ लग गई। इसे लेकर तुलावटी संघ की गुरुवार को बैठक हुई। इसमें तय हुआ कि मंडी प्रशासन व संचालक मंडल यदि भर्ती प्रक्रिया निरस्त नहीं करेगा तो तुलावटी संघ कोर्ट भी जा सकता है। पंडित का कहना है मंडी में नई भर्ती की जरूरत ही नहीं है।