शाजापुर Nov 19, 2018
टंकी चौराहा स्थित फल सब्जी मंडी में रविवार को प्याज और लहसुन की बंपर आवक हुई। मंडी सूत्रों के आंकड़ों के अनुसार इस दिन 3 हजार क्विंटल प्याज और 1 हजार क्विंटल लहसुन की आवक हुई। इससे मंडी प्रांगण पूरी तरह भर गया। हालात ये हो गए कि वाहनों की कतार मंडी से बाहर निकलकर एबी रोड स्थित कलेक्टर बंगले तक पहुंच गई। इससे हाईवे का ट्रैफिक प्रभावित होने लगा। बिगड़ी स्थिति को देख मौके पर पहुंचे कोतवाली के जवानों को व्यवस्था संभालना पड़ी। इतना सब होने के बाद भी किसानों की परेशानी कम नहीं हुई। लहसुन लेकर आए किसानों के खरीदार नहीं मिले, जिससे 300 क्विंटल से ज्यादा उपज लेकर किसान वापस लौट गए। जिन्होंने उपज बेची उन्हें भी दाम अच्छे नहीं मिली।
मंडी सूत्रों के अनुसार सुबह 6 बजे से ही किसान गेट के बाहर वाहनों के साथ एकत्र होना शुरू हो गए। सुबह 8 बजे स्थिति यह हो गई कि वाहनों की कतार एबी रोड तक पहुंच गई। गेट खोलते ही प्याज-लहसुन की बोरियों से प्रांगण पट गया। शाजापुर सहित आगर, राजगढ़ और देवास जिलों के किसान भी उपज लेकर शाजापुर मंडी पहुंचे। किसान धनसिंह ने बताया 35 क्विंटल से ज्यादा प्याज लेकर आए थे। लेकिन जितनी उम्मीद थी, उतने भाव नहीं मिले। व्यापारियों ने अच्छी क्वालिटी के प्याज की कीमत 11 रुपए किलो लगाई। इसके बाद दाम गिरते हुए 1 रुपए किलो तक पहुंच गया।
चार जिलों के किसानों के मंडी में पहुंचने से ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई। वाहनों की कतार एबी रोड पर पहुंची तो ट्रैफिक पुलिस के साथ कोतवाली के जवानों को भी जुटना पड़ा। पुलिस ने बेतरतीब वाहनों को कतारबद्ध करवाया। सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक पुलिस मंडी परिसर में ही डटी रही।
1 हजार क्विंटल आवक, 7 रुपए से ज्यादा भाव नहीं बढ़े
रविवार को खुली मंडी में लहसुन की आवक करीब 1 हजार क्विंटल दर्ज की गई। लेकिन व्यापारियों ने लहसुन की बोली 1 रुपए किलो से शुरू कर 7 रुपए अधिकतम पर खत्म कर दी। इससे असंतुष्ट किसान अपनी उपज चले गए। मंडी कर्मचारी जगदीश गवली के अनुसार 12-15 ट्रालियों की उपज किसानों ने बेची ही नहीं। कुछ ने अच्छे दाम मिलने के आस में अपना माल मंडी में खाली कर दिया। इसकी नीलामी आज होगी।