श्योपुर Nov 15, 2018
बारिश में बर्बाद हुई फसलों का किसानों का मुआवजा सर्वे न होने के फेर में अटका गया है, जिसे लेकर प्रशासन ने तत्काल कोई आदेश नहीं किए थे, क्योंकि कृषि विभाग ने अपनी रिपोर्ट में महज 500 हेक्टयर में ही नुकसान बताया था। जबकि जिन स्थानों पर सर्वे हुआ, उनकी रिपोर्ट ही शासन तक नहीं पहुंच पाई।
7 सितंबर को भारी बारिश के चलते कराहल, चंद्रपुरा, पांडोला सहित बड़ौदा क्षेत्रों में खेतों में पानी भर गया था, जिसमें तिली की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई थी, जबकि सोयाबीन में भी भारी नुकसान हुआ था। चंद्रपुरा में हजारों हेक्टयर खेत ही पानी में डूब गए थे। जिसे लेकर किसानों ने तत्काल प्रशासन से मुआवजा व बीमा दिलाने के लिए सर्वे कराने की मांग की थी। लेकिन सर्वे के आदेश ही नहीं हो सके थे। इसके बाद से किसानों को मुआबजा नहीं मिल पा रहा है