श्योपुर Nov 28, 2018
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी सीजन 2018-19 के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। जिले में फसल बीमा के लिए अधिसूचित फसलों में गेहूं, जौ, चना एवं सरसों को शामिल किया गया है। किसानों को फसल बीमा प्रीमियम जमा कराने के लिए अंतिम तारीख 31 दिसंबर निर्धारित की गई है। योजना के तहत बैंक से ऋण लेने वाले केसीसी धारी किसानों के लिए फसल का बीमा कराना अनिवार्य है, जबकि अऋणी किसानों के लिए फसल बीमा ऐच्छिक है। खास बात यह है कि शासन द्वारा रबी फसल की अधिसूचना तो जारी कर दी गई है, लेकिन जिले में गत वर्ष चक्रवाती आंधी एवं बारिश से खराब हुई फसल का प्रभावित किसानों को अभी तक बीमा नहीं मिला है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी फसल 2018-19 के लिए जारी अधिसूचना के अनुसार फसली ऋण लेने वाले किसान, गैर ऋणी किसान एवं बटाईदार किसान अपनी फसलों का बीमा करवा सकेंगे। संबंधित बैंक या सहकारी संस्था में फसल बीमा कराते समय किसानों को अपना आधार नंबर अनिवार्य रूप से देना होगा। बीमा क्लेम की गणना के लिए पटवारी सर्कल पर 4 फसल कटाई प्रयोग एवं तहसील स्तर पर 16 फसल कटाई प्रयोग करवाए जाएंगे। अनिवार्य रूप से बीमित ऋणी किसानों के ऋण स्वीकृति एवं नवीनीकरण, अऋणी किसानों से ऑनलाइन बीमा प्रस्ताव प्राप्त करने एवं ऋणी किसानो को जमीन के रकबे के अनुसार बीमा प्रीमियम जमा करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित की गई है। कृषि विभाग के उप संचालक पी गुजरे ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिसूचना जारी होने के साथ ही बीमित राशि, प्रीमियम दरें और बीमा प्रीमियम राशि तय कर दी गई है।
6 गांव के 113 किसानों को नहीं मिली क्लेम की राशि
रबी सीजन 2017-18 में जिले के करीब 7 हजार किसानों ने फसलों का बीमा करवाया था। श्योपुर और बड़ौदा तहसील में आई आंधी बारिश के कारण खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों व धनियां की फसल जमीन पर बिछ गई थी। जिला प्रशासन द्वारा कराए गए सर्वे में कृषि विभाग ने 6 गांव में सबसे ज्यादा नुकसान मानकर प्राकृतिक आपदा से प्रभावित 113 किसानों को बीमा क्लेम दिए जाने के लिए बीमा कंपनी को लिस्ट भेजी थी। अभी तक इन किसानों को बीमा क्लेम का भुगतान नहीं मिला है। 113 किसानों को बीमा क्लेम मिलने का इंतजार है।
फसल बीमा के लिए देय प्रीमियम दरें तय
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसान द्वारा देय प्रीमियम राशि जौ के लिए 757 रुपए प्रति हैक्टेयर, चना के लिए 790, सरसों के लिए 707 और गेहूं के लिए 1130 रुपए प्रति हैक्टेयर तय की गई है।