रानीपुरा May 06, 2019
कैथोलिक समाज सेवी संस्था ने कस्बे में विकास परियोजना के तहत विकासखंड के ब्लॉक रानीपुरा में रविवार के दिन ग्रामीणों को परंपरागत सतत खेती का के तौर तरीके एवं जैविक खेती को अपनाने के लिए ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिया।
संस्था कार्यकर्ता लोकेश वैष्णव ने किसानों को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि खेती में परंपरागत तरीकों को उपयोग करना ही बेहतर है। इसलिए ग्रामीणों को जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए ग्रामीणों को गोबर, गुड़, घास, पत्ती का प्रयोग कर खाद बनाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने प्रशिक्षण देते हुए लोगों को उदाहरण भी दिया। उन्होंने बताया कि पानी में गुड़, गोबर, घास, मिलाकर एक मटके में भरकर 15 दिनों तक रख देने से अमृत जल का निर्माण होता है।
इसका उपयोग करने से कीटनाशक दवाओं का उपयोग करने से आप बच सकते हैं। इससे लोगों को हानिकारक बीमारियों से बचाया जा सकता है। साथ ही खुद को भी बीमारियों से दूर किया जा सकता है। इसके अलावा बीज भंडारण के तरीकों के बारे में भी संस्थानों लोगों ने चर्चा की। इस अवसर पर संस्था की ओर से उदय यादव, विकास मुदगल आदि ने भी प्रशिक्षण दिया। शिविर के दौरान 150 ग्रामीण मौजूद रहे