श्योपुर Nov 27, 2018
समर्थन मूल्य पर शुरु की गई उड़द-तिल्ली की खरीदी शुरु तो कर दी गई है, लेकिन अब तक उड़द-तिल्ली की खरीदी हो नहीं सकी है। इसे लेकर किसान व सोसायटी कर्मचारी दोनों ही परेशान हो रहे है। खरीदी न होने का कारण है सैंपल फेल होना। जिसमें किसानों की फसलों के सैंपल लगातार फेल हो रहे है। ऐसे में मंडी में लगे केन्द्र पर अब तक खरीदी ही नहीं की जा सकी है। जिससे किसानों की फजीहत हो गई है।
उड़द व तिल्ली की खरीदी को लेकर किसान परेशान है, क्योंकि उन्हें एसएमएस कर केन्द्र पर तो बुलाया जा रहा है, लेकिन उनकी फसल खरीदी नहीं जा रही है। क्योंकि केन्द्र पर उनकी फसल के सैंपल ही फेल हो रहे है। पहले से ही किसान को कम फसल का एसएमएस भेजा रहा है, जिसे लेकर पहुंचने पर भी किसानों की फसल बिक नहीं पा रही है। किसानों के अनुसार उनके पंजीयन तो उनके बताए रकबे के किए गए है, पर उन्हें एसएमएस कम के आ रहे है। ऐसे में कम फसल भी सैंपल फेल होने से नहीं खरीदी जा रही है। जिससे किसान परेशान होकर सस्ते दामों पर ही अपनी फसल को मंडी में व्यापारियों के पास बेच रहे है। ऐसे में उन्हें समर्थन मूल्य की तुलना में 1 हजार रुपए से लेकर 1500 रुपए तक का नुकसान उठाना पड़ रहा है। यही हालात बड़ौदा केन्द्र पर भी बने हुए है, जहां किसानों की फसलें सैंपल लेने के बाद फेल की जा रही है और उन्हें सैंपल पास कराने के लिए किसी भी तरह की सलाह भी केन्द्र पर नहीं दी जा रही है।