श्योपुर | Sep 28, 2018
जिले के किसानों ने नई उम्मीदों के साथ रबी फसल की बोवनी के लिए तैयारी शुरू कर दी है। कृषि विभाग ने जिले में रबी फसलों की बोवन को लेकर रकबा तय कर लिया है। इस बार जिले मेें 1 लाख 58 हजार 900 हेक्टेयर में रबी फसल की पैदावार का लक्ष्य रखा गया है। बोवनी का समय नजदीक आने के साथ ही किसानों द्वारा चंबल नहर में पानी छोडऩे की मांग जोर पकड़ती जा रही है।
कृषि विभाग ने जलाशयों और बांधों में पानी के शत-प्रतिशत भराव को देखते हुए रबी का रकबा बढ़ा दिया है। बताया गया है कि गत वर्ष जिले में 1 लाख 51 हजार हेक्टेयर रकबा तय हुआ था, जिसमें से करीब 1 लाख हेक्टेयर में ही बोवनी हो पाई थी। लेकिन विभाग ने इस बार रकबा बढ़ाते हुए 1 लाख 58 हजार 900 हेक्टेयर कर दिया है। इसमें जहां गेहूं 83 हजार हेक्टेयर में बोया जाएगा, जबकि सरसों के लिए 50 हजार हेक्टेयर रकबा निर्धारित किया गया है।
चंबल नहर में पानी की मांग बढ़ी: रबी सीजन के लिए किसानों को पलेवा करना है। यही वजह है कि क्षेत्र में चंबल नहर में पानी छोडऩे को लेकर मांग तेज हो गई हैं। हालांकि विभागीय स्तर पर राजस्थान और मध्यप्रदेश के अधिकारियों की बैठक में 10 अक्टूबर से पानी छोड़े जाने को लेकर रणनीति बन चुकी है। लेकिन किसान संगठन सहित अन्य संगठनों और जनप्रतिनिधियों द्वारा ज्ञापन सौंपकर चंबल नहर में इसी सप्ताह पानी छोडऩे की मांग की जा चुकी है।
रबी सीजन की फसलों का रकबा
फसल रकबा हेक्टेयर में
गेहूं 83000
सरसों 49500
चना 22500
जौ 750
मटर 400
अलसी 400
मसूर 350
गन्ना 300
(नोट-कृषि विभाग द्वारा रबी सीजन 2018-19 के लिए तय रकबा हेक्टेयर में हैं। )
रबी सीजन का रकबा तय कर लिया गया है