उज्जैन | Nov 23, 2018
देवास रोड स्थित अमूल पंचामृत डेयरी (प्लांट) के उज्जैन और देवास की 400 मंडलियों से दूध नहीं लेने के निर्णय पर आक्रोशित किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। किसानों का कहना है 30 नवंबर के बाद यदि कंपनी ने अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाया तो डेढ़ लाख से ज्यादा किसान प्लांट के प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
किसान पदमसिंह पटेल और राहुल आंजना का कहना है कंपनी की इस पॉलिसी का विरोध करेंगे। गुजरात के व्यापारियों से आने वाला दूध उज्जैन और आसपास नहीं बिकने देंगे। 30 नवंबर के बाद यदि कंपनी ने करार आगे नही बढ़ाया तो उग्र आंदालेन किया जाएगा। प्लांट और गुजरात से आने वाले दूध के टैंकरों का घेराव किया जाएगा। चुनाव में निर्वाचित होकर जो भी सरकार बनेगी, उसके सामने किसान हस्तक्षेप की मांग रखेंगे। यह 400 गांवों के डेढ़ लाख किसानों का मसला है। यदि डेयरी मालवा क्षेत्र में व्यापार कर रही है तो दूध सप्लाई करने का पहला अधिकार यहां के किसानों का है। यहां के किसानों से दूध नहीं लेकर गुजरात के किसानों का दूध सप्लाई करने की कंपनी की पॉलिसी के कारण मप्र के किसान कंगाल और गुजरात के व्यापारी मालामाल होंगे। मामले में किसानों के हित के लिए प्रदेश सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ेगा।