उज्जैन | Oct 31, 2018
डॉलर चना दिवाली पूर्व ही हिसाब में आ गया है। 1500 से 2000 रुपए क्विंटल का घाटा स्टॉक वालों को हो रहा है। करोड़ों रुपए उधार लिए-दिए नहीं फिर भी धनपति ने इन्हें धन देकर डॉलर का व्यापार शुरू करवा दिया है। भारी मंदी में से व्यापारी एक हजार रुपए की तेजी में रुके थे। व्यापार घाटा 2000 रुपए बोरी का हो गया। कपड़ा बाजार और अनाज मंडी का करोड़ों रुपए का व्यापार होने से इन दो मार्केट के बीच समन्वय अच्छा है, लेकिन उधारी करोड़ों रुपए की डूबने की कगार पर है। उधारी पर चिट्ठी व्यापार करने वाले 15 से 20 पैसे प्रति 100 रुपए का कमीशन लेने वाले ही फायदे में चल रहे हैं। एक रुपए में धन चलाया जा रहा है। कहीं-कहीं 80 पैसे में भी धन चलाया जा रहा है। करोड़ों रुपए फालतू होने से कम ब्याज पर भी कोई लेना नहीं चाहता।