विदिशा Nov 21, 2018
देवेंद्र रघुवंशी : मंडी में किसानों को नाज बेचबे के बाद नकदी नयीं मिल रई। चाय-नाश्ता तक के पइसा भी घर ते लई जाएं का पड़त है। बारिश में खेतों तक नयीं पहुंच पात हैं। बिजली 8 घंटे मिल रई है। सिंचाई के काजे 10 घंटे बिजली की जरूरत है। लेबर महंगी पड़ रई है। नहर भी ठीक ते नयीं चल रई है। नहर में 40 दिन पानी आबे की बात कर रओ जामे तो फसलई बर्बाद हो जावेगी। किसान 60 दिन के लाने पानी मांग रये हैं।
प्रकाश रघुवंशी : सरकार कोई भी बने जनता के काम रुकनो नयीं चइए। सरकार ऐसी हो जो जवान लड़कों को रुजगार दिलावाये। बेरोजगार खतम करे। मंडी में नाज बेचन को जात हैं तो इत्ते कागज मांगत हैं कि किसान परेशान होइ जात हैं।
मो.रफीक खान : सरकार ने खाद महंगी कर दई। डीएपी की 1100 रुपए की बोरी 1450 रुपा के मिलत है। डीजल भी महंगो हो गवो। जाते हमरी कमर टूट रई है। महंगाई बढ़न ते ट्रैक्टर नयीं चला पा रये। गांवन के हाल देखने कोई नेता नयीं आ रओ।
लल्ला पंथी उप सरपंच: सरकार को नाज के दाम बढ़ानो चइए। बीते साल उड़दा सीजन में 9 हजार रुपए क्विंटल बिकी थी। अबकी बार 4 हजार में बिक रयी है। समर्थन मूल्य 5600 रुपए के बराबर भी कीमत नयीं मिल रई। अबकी बार मामा बैठ गयो तो भावांतर को फायदा भी किसानों को नयीं मिल सकेगो।
कमलसिंह रघुवंशी : मंडी में नाज बेचन के बाद भी किसानों की जेब और ट्रैक्टर की टंकी डीजल ते खाली रई जात है। सात दिन बाद जब पइसा मिलत हैं तो डीजल भरबावे के लाने दुबारा जान पड़त है। एक तो नाज को दाम बढ़न चइए और दूसरो किसानों को मंडी में नकद पइसा मिलनो चइए।
जो नेता किसानों के हक की बात करेगो, हमारो वोट वई को जाएगो। पहले गांव से विदिशा आबे-जाबे में 50-60 रुपा के पेट्रोल में आबो-जाबो हो जात तो अब 100 रुपा लगत हैं। पहले मंडी ट्रैक्टर-ट्राली लेके डाक कराबे जाओ, फिर पइसा नकद मिलत नयीं हैं। फिर जब पइसा मिलै तो दुबारा ट्रैक्टर-ट्राली लैके डीजल की टंकी भरवा के लाओ। जा इलाके में किसानी को छोड़ के कोई रोजगार को साधन नयीं है। जाके मारे ज्यादातर जवान मोड़ा गांवन में बेकार बैठ हैं।
स्थान: सांकलखेड़ा खुर्द गांव (शमशाबाद विस क्षेत्र)
80 साल की उम्र तक कभी वोट डालने से नहीं चूके तुलसीराम शर्मा : सांकलखेड़ा खुर्द गांव की चौपाल में बैठे 80 साल के बुजुर्ग तुलसीराम शर्मा बताते हैं कि वे अभी तक बिना एक बार भी चूके लगातार वोट डालते चले आ रहे हैं। युवाओं को भी वोट के लिए आगे आना चाहिए। लोकतंत्र में वोट ही हमारी ताकत है। इससे सरकार में बदलाव संभव है।