सिरोंज Nov 16, 2018
सोयाबीन के विकल्प के रूप में धान की बोवनी करना किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। नगरीय इलाके में एक किसान ने 9 बीघा खेत में 100 क्विंटल धान निकाला है। अब किसान इस धान को रायसेन मंडी में बेचेगा।
सोयाबीन की खेती में लगातार हो रहे नुकसान के चलते क्षेत्र के किसान धान की बोवनी की ओर आकर्षित हुए हैं। धान बोने वाले किसानों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है। इकोदिया के किसान सुरेन्द्र रघुवंशी ने सोयाबीन के घाटे से बचने के लिए इस साल धान की बोवनी करने का निर्णय लिया था। उन्होंने हिम्मत दिखाई और नगरीय इलाके में तहसील रोड पर शैलेन्द्र गोहिल के बाग में 10 बीघा जमीन बटिया पर ली। श्री गोहिल के खेत में स्थित बावड़ी से पर्याप्त पानी मिलने की उम्मीद थी। इस कारण उन्होंने यह खेत लिया। यहीं पर उन्होंने धान की पौध लगाई। इस प्रक्रिया में भी उन्हें सबसे बड़ी परेशानी धान रोपने वाले मजदूरों को लेकर उठाना पड़ी। क्षेत्र में धान रोपने वाले मजदूर नहीं मिलते। उन्होंने इसके लिए अयोध्या बस्ती में रहने वाले मजदूरों से संपर्क किया और खुद पौध रोप कर उन्हें बताया। इसके बाद इन्हीं मजदूरों ने 9 बीघा में धान की फसल रोपी। इस बार बारिश कम होने की वजह से बावड़ी से उम्मीद के मुताबिक पानी नहीं मिला लेकिन धान की जरूरत पूरी हो गई। सुरेन्द्र का यह प्रयास सार्थक हुआ और उनकी उम्मीद के मुताबिक धान प्राप्त हो गई। 9 बीघा खेत में सुरेन्द्र को 100 क्विंटल धान प्राप्त हो गई है।