October 25, 2018
छत्तीसगढ़ में कृषि पर आधारित मुंगेली जिले में किसानों की हालत बद से बदतर हो गई है. लोरमी में जहां कर्ज से परेशान किसान आत्महत्या कर रहा है तो वहीं मुंगेली मंडी में सोयाबीन का दाम समर्थन मूल्य से भी
कम मिलने से किसान आक्रोशित हो उठे हैं. वहीं इसी से परेशान होकर लोरमी के वनांचल गांव टिंगीपुर में बैगा किसान श्याम सिंह ने कीटनाशक खाकर जान दे दी.
किसान श्याम बैगा ने खेती-किसानी के लिए निजी बैंक से 40 हजार रुपए का कर्ज लिया था, जिसे नहीं चुका पाने के कारण उसने आत्महत्या कर ली. साथ ही बारिश नहीं होने से उसके सारे फसल बर्बाद होने लगे थे. फिलहाल, लोरमी पुलिस जांच में जुट गई है.
वहीं दूसरी तरफ मुंगेली में सोयाबीन फसल का उचित मूल्य नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने चक्काजाम करने का प्रयास किया. किसान कृषि उपज मंडी में सोयाबीन बेचने आए थे, जिसकी बोली 2900 रुपए क्विंटल लगी जबकि समर्थन मूल्य 3399 रुपए है. समर्थन मूल्य से भी कम दाम मिलने से किसान नाराज हो गए और नारेबाजी करने लगे.
फिलहाल, मौके पर पहुंचे तहसीलदार और कोतवाली पुलिस ने किसानों को समझाइश देकर उन्हें किसी तरह शांत कराया. दो दिनों में किसानों के साथ हुए ये दो मामले बताने के लिए काफी है कि पिछले दो साल से सूखे की मार झेल रहे मुंगेली जिले में इस साल भी बहुत कम बारिश हुई है. खेतों में किसानों की खड़ी फसलों का भी बुरा हाल है. ऐसे में किसानों की चिंता लाजमी है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इन अन्नदाताओं की सुध लेने वाला कोई नहीं है.