नरसिंहगढ़ में जैविक खेती के फायदे बताने पहुंची ब्रह्मकुमारी आश्रम की बहनें।
Oct 01, 2018
नरसिंहगढ़
किसानों को जागरूक करने के लिए प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी द्वारा किसान सशक्तिकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत हटा से रथयात्रा बटियागढ़ ब्लॉक पहुंची। जहां पर पंचायत सीईओ सहित, सचिव सरपंच और किसानों की मौजूदगी रही।
बकायन सरपंच ने किसानों को ब्रह्मकुमारी आश्रम माउंट आबू से आए लोगों की जानकारी दी। इसके बाद रथयात्रा नरसिंहगढ़ पहुंची। जहां पर शीतल बहन ने किसानों को बताया गया किसान भाइयों को रसायनिक खेती बंद कर पुरानी पद्धति के अनुसार ही किसानों को जैविक खेती करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम सभी संसार में जितनी भी जीव जंतु पेड़ पौधे यह सभी परमपिता के बच्चे हैं। इसलिए आज हम पौधों के लिए भी हम साधना करते हैं तो हमें अच्छा महसूस होता है। इसी प्रकार जो आप की फसलें हैं उनके बीच जाकर बैठ कर यदि आप साधना करेंगे तो हमारी साधना का प्रभाव फसल पर भी प्रभाव पड़ेगा। और उससे हमारे घर में अच्छा अनाज आएगा। खेत की मेड़ पर जाकर हम सुबह आसन लगाकर परमात्मा का ध्यान करें।
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने इस बात का प्रेक्टीकल करके देख लिया है। इसलिए अब किसानों को भी पुरानी पद्धति के अनुसार खेती किसानी करना चाहिए।
हरियाणा से आए उमेश ने किसानों नए तरीके से खेती करने के लिए अपनी बात रखी। उन्होंने कहा लगभग 15 से 20 साल पहले हमारे देश में गेहूं का उत्पादन कम होता था। विदेशों से गेहूं मंगवाने पढ़ते थे जो लाल कलर का गेहूं होता था उसकी रोटी बड़ी मुश्किल से खा पाते थे। आज हमारा देश गेहूं इतना उत्पादन कर रहा है कि विदेशों के लिए भी सप्लाई कर सकते हैं।
उन्होंेने कहा-हमारी सरकारें भी किसानों को सहयोग कर रही हैं कि आप देशी पद्धति से खेती करें। इसलिए किसानों का फर्ज है कि वह भी प्राचीन पद्धति के अनुसार खेती किसानी करें, इसी से फायदा होगा। इस मौके पर गोविंद पटेल, माया पटेल, सचिव पहलाद पटेल, सहायक सचिव क्रांति दुबे, डालचंद, मूलचंद प्रजापति, गुड्डी सेन, मुकुंदी सहित शहर और ग्रामीण अंचलों से आए अनेक लोग मौजूद थे।