नीमच Oct 11, 2018
नई अफीम नीति घोषित होने के बाद नारकोटिक्स कार्यालय द्वारा पट्टा वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिले के तीनों खंड में 502 गांव के 11475 किसानों को पट्टे दिए जाएंगे। इस वर्ष प्रथम व तृतीय खंड के करीब 335 किसानों के पट्टे कट गए हैं। नई नीति में मार्फिन का प्रतिशत व औसत कम करने से तीनों खंड में 1500 पट्टे बढ़ने की संभावना है। इन किसानों को 18 अक्टूबर के बाद पट्टे दिए जाएंगे। बुधवार को पहले दिन 29 गांव के 849 किसानों को पट्टे जारी किए। गुरुवार को 47 गांव के 1257 किसानों को बुलाया है।
प्रथम खंड के अधिकारी प्रशांत कांबले ने बताया प्रथम चरण में 174 गांवों में 3462 लाइसेंस देंगे। 110 किसानों के लाइसेंस निरस्त हुए हैं। पुराने कटे पट्टों में पात्र 800 किसानों को 18 अक्टूबर के बाद पट्टे दिए जाएंगे।
नारकोटिक्स कार्यालय में अफीम पट्टा लेने के लिए बैठे किसान।
सादे कागज पर अनापत्ति प्रमाण-पत्र देना होगा
इस बार जमीन लीज पर लेकर अफीम खेती करने वाले किसानों के लिए सरकार ने कागजी खानापूर्ति में राहत दी है। विभाग इन किसानों से सादे आवेदन पत्र पर अनापत्ति प्रमाण-पत्र ले रहा है। इससे उनके स्टाम्प व शपथ-पत्र बनवाने पर राशि खर्च नहीं करना पड़ेगी। हालांकि कुछ किसानों ने पहले ली लीज अनुबंध तैयार करवा लिए हैं।
नई नीति से किसानों में खुशी
अड़मालिया के चुन्नू नागदा, भोपाल सिंह, गणपत सिंह, राधेश्याम नागदा और शिवनाथ नागदा ने बताया मार्फिन व औसत में कमी के कारण गांव के पूर्व में कटे 12 पट्टे फिर से बहाल हो जाएंगे। पट्टा वितरण भी दो सप्ताह पहले होने से खेत तैयार कर बोवनी करने में परेशानी नहीं आएगी। जीरन के केसरीमल मीणा 15 साल बाद फिर से पट्टा मिलने की उम्मीद में खुश है। कुछ गांवों में मुखिया द्वारा गलत सूचना देने से बीमारी की हालत में वृद्ध किसानों को भी नारकोटिक्स कार्यालय आना पड़ा। बोरखेड़ी के मुन्नालाल पाटीदार ने बताया बुधवार सुबह मुखिया ने सूचना दी कि लीज वाली भूमि के किसानों को भी बुलाया है। इसलिए बीमारी की हालत में 80 वर्षीय वृद्ध पिता मोहनलाल को लेकर आना पड़ा।